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राज्यपाल से शिवसेना विधायकों के साथ मिले आदित्य ठाकरे, मिला ये आश्वासन

महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर बीजेपी और शिवसेना में खींचतान चल रही है। इस बीच शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुना गया है। सत्ता में शिवसेना बराबर की भागीदारी चाहती है, लेकिन बीजेपी राजी नहीं है।

Dharmendra kumar
Published on: 31 Oct 2019 2:06 PM IST
राज्यपाल से शिवसेना विधायकों के साथ मिले आदित्य ठाकरे, मिला ये आश्वासन
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मुंबई: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर बीजेपी और शिवसेना में खींचतान चल रही है। इस बीच शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुना है। आदित्य ठाकरे ने शिंदे के नाम का प्रस्ताव रखा था। शिवसेना के सभी विधायकों ने इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति दी। इसके अलावा शिवसेना ने सुनील प्रभु को विधानसभा में पार्टी का चीफ विप बनाया है।

इसके बाद शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे की अगुवाई में पार्टी विधायकों ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। शिवसेना के विधायकों ने किसानों की समस्याओं और प्रदेश में सूखे की समस्या को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की। राज्यपाल से मिलकर आदित्य ठाकरे ने कहा कि किसानों और मछुआरों के नुकसान की भरपाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने केंद्र सरकार से इस मामले पर बात करने का आश्वासन दिया है।

इससे पहले शिवसेना की बैठक में पार्टी के मुखिया उद्धव ठाकरे ने विधायकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी से अभी किसी मामले पर बातचीत नहीं हुई है। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि अगर 50-50 फॉर्मूले पर मुख्यमंत्री सच बोल रहे हैं, तो क्या मैं झूठ बोल रहा हूं? इसके अलावा उद्धव ठाकरे ने विधायकों को नसीहत भी दी।

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उन्होंने कहा कि अगर कोई नेता पार्टी बदलता है, तो जनता उसे पसंद नहीं करती है। उद्धव ने यहां कहा कि हमें सिर्फ वही चाहिए जो तय हुआ था, उससे कम कुछ भी नहीं चाहिए

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सत्ता में शिवसेना बराबर की भागीदारी चाहती है, लेकिन बीजेपी राजी नहीं है। मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी ने सहयोगी शिवसेना को 13 मंत्री पद की पेशकश की है। तो वहीं बीजेपी विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने इससे संबंधित एक सवाल के जवाब में कहा कि हम अभी इन सभी बातों पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन मैं ये कह सकता हूं कि शिवसेना इससे ज्यादा की हकदार है।

बुधवार को भी मुनगंटीवार ने दावा किया था कि प्रदेश में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की ही सरकार बनेगी। दोनों तरफ पार्टियों की तरफ से हो रही बयानबाजी पर उन्होंने कहा कि यह सब चलता रहता है और पहले भी यह हुआ है। मुनगंटीवार ने महाराष्ट्र में 13-26 फॉर्मूले के तहत बीजेपी को 26 और शिवसेना को 13 मंत्री पद दिए जाने का जिक्र किया है।

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बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना 50-50 के फॉर्मूले से पीछे हटने के लिए राजी नहीं है। पार्टी ने एक बार फिर दोहराया है कि वह अपने पुराने रुख पर कायम है। संजय राउत ने बीजेपी नेता के बयान पर कहा कि क्या सुधीर मुनगंटीवार मंत्री बनने जा रहे हैं? मेरे हिसाब से जो-जो मुख्य नेता हैं या तो वो हार गए हैं या उनको सत्ता से दूर रखने के लिए साजिश हो रही है।

इसके अलावा संजय राउत ने कहा कि हमें 'बच्चा पार्टी' समझने की भूल न करें। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 288 सीटों वाली विधानसभा में 105 सीटें होने पर भला कहीं सत्ता मिलती है। शिवसेना नेता ने कहा कि हम अपने वादे से पीछे नहीं हटे हैं। वादे से पीछे हमारा मित्र पक्ष (बीजेपी) हटा है। हम अपनी मांग जारी रखेंगे।'

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संजय राउत ने शिवसेना को मुख्यमंत्री पद न देने के देवेंद्र फडणवीस के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि 105 सीटों से सरकार बनती है क्या? अगर बनती है तो वे जाकर सरकार बना लें।'

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर अभी तक बीजेपी और शिवसेना में पेंच फंसा हुआ है। बुधवार को बीजेपी ने एक बार फिर देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुन लिया, तो वहीं गुरुवार को शिवसेना ने भी एकनाथ शिंद को विधायक दल नेता चुन लिया है। हालांकि शिवसेना ने सरकार बनाने पर अभी संस्पेंस जारी रखा है।



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Dharmendra kumar

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