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किसान आन्दोलन: बात-चीत आगे बढ़ी, लेकिन जारी रहेगा आन्दोलन

किसानों व सरकार के प्रतिनिधियों के साथआज की बातचीत के खत्म होने के बाद किसानों ने बताया कि सरकार के साथ आज की बात बेनतीजा रही। वहीं कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर में कहा कि बात-चीत सकारात्मक रही। किसानों ने कहा कि आन्दोलन जारी रहेगा।  

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Published on: 1 Dec 2020 2:47 PM IST
किसान आन्दोलन: बात-चीत आगे बढ़ी, लेकिन जारी रहेगा आन्दोलन
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किसान आन्दोलन LIVE:राजनाथ सिंह करेंगे किसानों से बात, लिया जायेगा ये फैसला

नई दिल्ली: देशभर के दिल्ली में डेरा डाले किसानों व सरकार के प्रतिनिधियों के साथ जारी बातचीत में ताजा अपडेट यह है कि किसानों की तरफ से ये बयान आया कि सरकार के साथ आज की बात बेनतीजा रही। वहीं कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर में कहा कि बात-चीत सकारात्मक रही। किसानों ने कहा कि आन्दोलन जारी रहेगा। किसानों और सरकार के बीच दोबारा बात-चीत अब तीन दिसंबर को होगी।

बातचीत बेनतीजा, जारी रहेगा किसानों का आंदोलन

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हमने किसानों को आश्वासन देने की कोशिश की। हमने उन्हें समझाने की कोशिश की। कृषि मंत्री ने कहा कि हम 3 दिसंबर को दोपहर 12 बजे फिर बातचीत करेंगे। सरकार किसानों से आंदोलन खत्म करने की मांग करती है। वहीं, किसानों ने कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा।

सरकार से बोले किसान- आप हमारा भला मत कीजिए

सूत्रों के मुताबिक, किसान संगठन के प्रतिनिधि ने कहा कि आप लोग ऐसा कानून लाए हैं जिससे हमारी जमीने बड़े कॉरपोरेट ले लेंगे, आप कॉरपोरेट को इसमे मत लीजिए। अब समिति बनाने का समय नहीं है। आप कहते हैं कि आप किसानों का भला करना चाहते हैं, हम कह रहे हैं कि आप हमारा भला मत कीजिए।

farmer protest

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बैठक में कृषि मंत्री ने क्या बोला

सूत्रों के मुताबिक, बैठक में एक किसान संगठन के प्रतिनिधि ने कहा कि किसान कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर हैं। और उन्होंने मांग किया कि सरकार को इसे वापस लेने पर विचार करना चाहिए। कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने किसानों से बैठक में कहा कि 4 से 5 नाम अपने संगठन से दीजिए, एक समिति बना देते हैं जिसमे सरकार के लोग भी होंगे, कृषि एक्सपर्ट भी होंगे, नए कृषि कानून पर चर्चा करेंगे। लेकिन किसान संगठनों ने सरकार के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।

Agriculture Minister Narendra Tomar

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समिति प्रतिदिन सुनवाई चर्चा करेगी

देशभर के दिल्ली में डेरा डाले किसानों व सरकार के प्रतिनिधियों के साथ जारी बातचीत में ताजा अपडेट यह है कि किसानों ने समिति बनाने पर एतराज नहीं किया है लेकिन निष्कर्ष निकलने तक आंदोलन जारी रखने को कहा है। समिति प्रतिदिन सुनवाई चर्चा करेगी।

इससे पहले विज्ञान भवन में हो रही बैठक में किसान संगठन के प्रतिनिधि ने कहा था कि किसान कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार को इन्हें वापस लेने पर विचार करना चाहिए।

उधर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से बैठक में कहा कि वे चार से पांच नाम अपने संगठन से दीजिए, एक समिति बना देते हैं जिसमे सरकार के लोग भी होंगे, कृषि एक्सपर्ट भी होंगे, नए कृषि कानून पर चर्चा करेंगे। बैठक में सरकारी पक्ष की अगुवाई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व गृह मंत्री अमित शाह कर रहे हैं।

कृषि बिल असंवैधानिक, किसानों को सता रही सरकार: ममता बनर्जी

इस बीच किसानों के आंदोलन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कृषि बिल असंवैधानिक है। सरकार किसानों को क्यों सता रही है। बीजेपी देश को नहीं देख रही है। ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी के अलावा किसी भी राजनीतिक दल ने बिल का समर्थन नहीं किया।

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सीएम गहलोत बोले- सरकार ने बहुत देर कर दी

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि किसान यूनियनों को बातचीत के लिए केंद्र का निमंत्रण सही दिशा में एक कदम है, लेकिन बहुत देर हो चुकी है। किसानों के आंदोसन को लेकर न केवल देश में बल्कि अन्य देशों में भी चिंता बढ़ रही है, जहां भारतीय मूल के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। किसानों की वास्तविक मांगों को पूरा किया जाना चाहिए।

नरेश टिकैत ने कहा कि हम मुद्दों पर आखिरी फैसला चाहते हैं।

भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार शाम 7 बजे यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड और हरियाणा के किसानों के साथ बातचीत करेगी। सरकार अभी पंजाब के किसान नेताओं से बातचीत कर रही है। नरेश टिकैत ने कहा कि हम मुद्दों पर आखिरी फैसला चाहते हैं।

कृषि मंत्री विज्ञान भवन पहुंचे

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसान नेताओं के साथ बैठक करने के लिए विज्ञान भवन पहुंचे।

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राजस्थान के किसान भी सरकार से नाराज

नए कृषि बिल को लेकर राजस्थान के किसान भी केंद्र सरकार से नाराज हैं। इनका कहना है कि नए किसान बिल लागू होने के बाद मंडिया खत्म हो जाएंगी और उद्योगपति सस्ते दामों में किसानों की फसल खरीदकर भंडारण करने लगेंगे।

इनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि सरकार ने भंडारण की सीमा खत्म कर दी है। जयपुर के निमेड़ा गांव के ओंकार लांबा का कहना है कि यह बिल काला कानून है और किसानों की खेती खत्म कर देगी।

रामस्वरूप लांबा बता रहे हैं कि सरकार समर्थन मूल्य पर खरीद का कानून इसमें बनाए तभी जाकर किसानों की हित की रक्षा हो पाएगी। बाजरा मूंग और मूंगफली जैसी फसलें अभी किसानों ने उन्हें अपने भाव में बेची है, जबकि समर्थन मूल्य पर इनकी खरीद नहीं हुई है।

किसानों ने कहा कि सरकार और पंजाब के किसानों के बीच समझौता नहीं हुआ तो राजस्थान के किसान भी दिल्ली जाएंगे।

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किसान संगठन और केंद्र सरकार के बीच बैठक शुरू

किसान संगठन और केंद्र सरकार के बीच बैठक शुरू हो गई है।

विज्ञान भवन में राजनाथ सिंह की अगुवाई में सरकार बैठक कर रही है, अमित शाह, नरेंद्र सिंह तोमर भी बैठक में शामिल हैं। इस मीटिंग में कुल 35 किसान संगठन के नेता हिस्सा ले रहे हैं।

farmers tallk with rajnath singh

गौरतलब है कि सरकार की ओर से किसानों के साथ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में बातचीत होगी। एक तरफ किसान संगठन के नेता सरकार से बात करने के लिए रवाना हुए हैं, तो वहीं दूसरी ओर गाजीपुर बॉर्डर पर एक बार फिर किसान सड़कों पर आ गए हैं। यहां भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद भी पहुंचे हैं।

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