TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

कश्मीर का पुश्तैनी घर! रहीशों का आशियाना सेल पर

दरअसल, आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद दक्षिण कश्मीर स्थित बिजबेहरा में सईद के पुरखों के दो मंजिला लकड़ी के घर से सुरक्षा हटा ली गई थी। उसके बाद इसे बेचे जाने की खबरें सामने आ रही हैं।

Harsh Pandey
Published on: 20 April 2023 5:39 PM IST (Updated on: 20 April 2023 5:39 PM IST)
कश्मीर का पुश्तैनी घर! रहीशों का आशियाना सेल पर
X

जम्मू-कश्मीर: एक तरफ जहां जम्मू-कश्मीर में आज सुबह अवैध हथियारों का जखीरा पकड़ा गया है, तो वहीं दुसरी तरफ बड़ी खबर आ रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री रहे दिवंगत मुफ्ती मोहम्मद सईद के पुरखों का घर बेचा जा सकता है।

यह भी पढ़ें. एटम बम मतलब “परमाणु बम”, तो ऐसे दुनिया हो जायेगी खाक!

बताया जा रहा है कि एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सईद के परिवार ने घर के बाहर 'सेल' का बोर्ड लगा दिया है।

दरअसल, आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद दक्षिण कश्मीर स्थित बिजबेहरा में सईद के पुरखों के दो मंजिला लकड़ी के घर से सुरक्षा हटा ली गई थी। उसके बाद इसे बेचे जाने की खबरें सामने आ रही हैं।

यह भी पढ़ें: अफवाह या हकीकत, भारत का चंद्रयान उठायेगा इस झूठ से पर्दा

एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के अगुवा रहे सईद के भाई, मुफ्ती मोहम्मद अमीन ने कहा कि अस्थिर माहौल के चलते इस घर में रहना मुश्किल हो रहा है।

साथ ही मुफ्ती परिवार के सदस्यों ने कहा है कि सुरक्षा कर्मियों को हटाए जाने के फैसले से परिवार के सदस्य असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

हो चुका है आतंकी हमला...

यह भी पढ़ें: मारी गई पाकिस्तानी सेना! इमरान को आज नहीं आएगी नींद

बताया जा रहा है कि बिजबेहरा के बाबा मोहल्ला में स्थित मुफ्ती के इस घर पर कई विरोध प्रदर्शन करने वालों के साथ ही आतंकी भी हमला कर चुके हैं।

यह भी पढ़ें. सावधान पाकिस्तानियों! INS Khanderi याद दिलायेगा छठी का दूध

मीडिया की रिपोर्ट...

मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार परिवार के सदस्य ने बताया कि 1990 के दशक में आतंकवाद शुरू होने से बहुत पहले घर में कई सुरक्षाकर्मी लगाए गए।

जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा आर्टिकल 370 खत्म होने के साथ ही उनके परिवार से सुरक्षा गार्ड हटा लिए गए और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के करीबी रिश्तेदारों के पास भी सिक्योरिटी नहीं रही। अब बेचने के अलावा अब कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। साथ ही बता दें कि परिवार के कई सदस्य पहले ही जम्मू जा चुके हैं।

यह भी पढ़ें. अजगर की तरह सुस्त हुआ मसूद, भाई बना आतंक का सरगना

बताते चलें कि तत्कालीन प्रधानमंत्री वीपी सिंह की सरकार में गृह मंत्री रहे मुफ्ती का देहांत जम्मू और कश्मीर का सीएम रहते हुए 7 जनवरी 2016 को हुआ था।



\
Harsh Pandey

Harsh Pandey

Next Story