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फिर पुलवामा जैसा हमला: घाटी में साजिश से सुरक्षा बल सतर्क, इस आतंकी की तलाश

आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद घाटी में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश में जुटा हुआ है। गणतंत्र दिवस से लेकर पुलवामा हमले की बरसी तक हमले को अंजाम देने की साजिश रची जा रही है।

Vidushi Mishra
Published on: 23 Jan 2021 12:01 PM IST
फिर पुलवामा जैसा हमला: घाटी में साजिश से सुरक्षा बल सतर्क, इस आतंकी की तलाश
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अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की तगड़ी घेरेबंदी और बढ़ते दबाव से हताश आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद नई साजिश रचने में जुटा हुआ है। इस आतंकी संगठन को फिर से खड़ा करने की कोशिश में पुलवामा जैसा हमला दोहराने की साजिश रची जा रही है। आतंकी आईईडी धमाका या सुरक्षा शिविर पर आत्मघाती हमले की साजिश में जुटे हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी जैश ए मोहम्मद के आतंकी समीर डार को सौंपी गई है जो पुलवामा कांड को अंजाम देने वाले आत्मघाती आतंकी आदिल डार का चचेरा भाई है। हमले की साजिश की जानकारी के बाद सुरक्षा बल चौकन्ना हो गए हैं।

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घाटी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

खुफिया सूत्रों का कहना है कि जैश ए मोहम्मद घाटी में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश में जुटा हुआ है। गणतंत्र दिवस से लेकर पुलवामा हमले की बरसी तक हमले को अंजाम देने की साजिश रची जा रही है।

indian army फोटो-सोशल मीडिया

इस साजिश के बारे में जानकारी मिलने के बाद घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और ऐसे इलाकों में विशेष तलाशी अभियान चलाया जा रहा है जहां जैश का असर माना जाता है।

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आदिल डार का भाई है समीर

आदिल डार के चचेरे भाई समीर डार को जैश का खतरनाक आतंकी माना जाता है। माना जा रहा है कि दस लाख का यह इनामी आतंकी पुलवामा जिले में ही कहीं छिपा हुआ है।

indian army search operation फोटो-सोशल मीडिया

खुफिया सूत्रों का कहना है कि उसने दक्षिणी कश्मीर में जैश की कमान संभाल रखी है और उसने आरडीएक्स से एक सिलेंडर आईईडी तैयार कर रखी है। इसके साथ ही जैश एक वाहन बम तैयार करने की कोशिश में भी जुटा हुआ है ताकि पुलवामा जैसे हमले को दोहराया जा सके।

सुरक्षा बलों ने मार गिराए आतंकी

सुरक्षा बालों की सतर्कता और बढ़ते दबाव के कारण जैश फरवरी 2019 के बाद घाटी में किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम नहीं दे सका है। पुलवामा की घटना के बाद सुरक्षा बलों ने घाटी में तगड़ी घेराबंदी कर रखी है और इसी का नतीजा है कि बीते साल घाटी में 221 आतंकियों को मार गिराया गया। इनमें से 40 आतंकी जैश से संबंधित बताए जाते हैं।

आतंकियों को मारे जाने के अलावा जैश ए मोहम्मद के एक दर्जन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने पकड़ा है। जैश की मदद करने वाले अंडरग्राउंड वर्कर भी सुरक्षाबलों की पकड़ में आए हैं। यही कारण है कि जैश की ओर से नए सिरे से साजिश रची जा रही है।

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pulwama फोटो-सोशल मीडिया

समीर की तलाश में बड़ा अभियान

खतरनाक आतंकी संगठन माने जाने वाले जैश की नई साजिश का खुलासा होने के बाद घाटी में विशेष तौर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जैश व अन्य आतंकी संगठनों की मदद करने वाले तत्वों व आतंकियों पर खास तौर पर निगरानी रखी जा रही है।

इसके साथ ही सुरक्षा बलों ने समीर डार व उसके साथियों को पकड़ने के लिए छापेमारी भी शुरू कर दी है। खुफिया सूत्रों का कहना है कि जैश गणतंत्र दिवस या फिर 14 फरवरी को पुलवामा हमले की बरसी के आसपास किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में है।यही कारण है कि सुरक्षाबलों ने अभी से ही बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान छेड़ रखा है।

सुरक्षा बलों की सतर्कता से साजिश विफल

हाल के दिनों में जैश की ओर से दो बड़े आईईडी धमाकों की साजिश रची गई थी मगर सुरक्षाबलों की सक्रियता से दोनों साजिश विफल हो गईं। इसी कारण जैश की ओर से किसी बड़ी आतंकी वारदात के लिए नए सिरे से साजिश रची जा रही है। अपने खतरनाक मंसूबों को पूरा करने के लिए जैश फिर से अपने कैडर को सक्रिय करने में जुटा हुआ है।

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Vidushi Mishra

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