TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

सीतारमण पर यशवंत वार! कुछ और है वास्तविक बजट का आंकड़ा

पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने वास्तविक राजकोषीय घाटे को छुपाने के लिए फर्जी बजट आंकड़े पेश करने को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की रविवार को यहां आलोचना की है।

Harsh Pandey
Published on: 18 Nov 2019 12:59 PM IST
सीतारमण पर यशवंत वार! कुछ और है वास्तविक बजट का आंकड़ा
X

नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने वास्तविक राजकोषीय घाटे को छुपाने के लिए फर्जी बजट आंकड़े पेश करने को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की रविवार को यहां आलोचना की है।

यह भी पढ़ें- वाह! कुछ ऐसा है ताज होटल, इतने रूपये में मिलेगा एक वेज थाली

दरअसल, सिन्हा ने 'मुंबई लिटरेचर फेस्टिवल' में अपने संबोधन में कहा कि सीतारमण ने बजट में इस साल एक फरवरी में पेश किये गये अंतरिम बजट के आंकड़ों को ही आधार बनाया। हालांकि, नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) ने बाद में संशोधित अनुमानों को पांच जुलाई तक उपलब्ध करा दिया था।

यह भी पढ़ें- कालीन भैया ने की इंस्टाग्राम में एंट्री, पोस्ट किया मिर्जापुर-2 का फर्स्ट लुक

यशवंत सिन्हा ने कहा...

बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पांच जुलाई 2019 को ही पेश किया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, हालांकि, इससे पहले इसी तरह की आपत्तियों का जवाब देते हुए यह दावा कर चुकी हैं कि बजट में दिया गया प्रत्येक आंकड़ा प्रामाणिक है। सिन्हा ने कहा, 'उन्होंने (वित्त मंत्री ने) संशोधित अनुमानों का इस्तेमाल किया, क्योंकि राजस्व प्राप्ति इस कदर नीचे आ गई कि उन्हें यह दावा नहीं करना पड़े कि राजकोषीय घाटा 3.3 प्रतिशत ही रहेगा अथवा जो भी दावा रहा हो।'

यह भी पढ़ें- सलमान अकेले में करते थे ये! गम था इस बात का, वजह थी ये हीरोइन

सिन्हा ने कहा कि उन्होंने कुछ सांसदों को बुलाया और उनके समक्ष बजट की विसंगतियों को रखा लेकिन किसी ने भी सदन में इन बातों को नहीं रखा।

नौकरशाह से राजनीतिज्ञ बने सिन्हा ने कहा कि देश आज अव्यवस्था के दलदल में फंस चुका है। यह स्थिति छह महीने पहले जैसा सोचा जा रहा था उससे कहीं ज्यादा गंभीर है। अब यह अर्थव्यवस्था से भी आगे निकल चुकी है।

यह भी पढ़ें- कांपा पाकिस्तान! अभी-अभी भारत को मिली बड़ी कामयाबी, आतंकियों में हायतौबा

ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया...

उन्होंने लेखक अतीश तासीर का 'ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई)' दर्जा वापस लिए जाने पर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह स्थिति आपातकाल जैसी है और अब 'व्यक्तिगत बदले' का जमाना शुरू हो गया है। तासीर का ओसीआई दर्जा इसलिए वापस लिया गया कि कथित तौर पर उन्होंने यह खुलासा नहीं किया था कि उनके पिता एक पाकिस्तानी नागरिक थे।

हालांकि, सरकार ने इस बात से इनकार किया है कि तासीर का ओसीआई दर्जा वापस लिये जाने का टाइम पत्रिका में लिखे गए लेख से कोई लेना देना नहीं है।

यह भी पढ़ें. पाकिस्तान को आया चक्कर! सीमा पर तैनात हुए लाखों की संख्या में सैनिक

पी. चिदंबरम...

जेल में बंद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम का उल्लेख करते हुये सिन्हा ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने उनके (यशवंत सिन्हा) कार्यकाल में लिए गए फैसलों की भी जांच पड़ताल की है। उन्होंने कहा कि मौजूदा परिवेश को आपातकाल जैसा बताते हुये कहा कि यह अघोषित आपातकाल, घोषित आपातकाल से कहीं ज्यादा घातक है।

यह भी पढ़ें. पाकिस्तान डरा! अब भारत करेगा बुरा हाल, वायुसेना का बहुत बड़ा है प्लान



\
Harsh Pandey

Harsh Pandey

Next Story