TRENDING TAGS :
ब्रा नहीं पहनना महिलाओं के लिए कितना है फायदेमंद? जानें ये जरूरी बातें
इन दिनों कोरोना और लॉकडाउन की वजह से ज्यादातर महिलाएं वर्क फ्रॉम होम कर रही हैं। ऐसे में उन्हें ब्रा कैरी करने की झंझट से आजादी मिल गयी है। ब्रा एक तरफ...
लखनऊ: इन दिनों कोरोना और लॉकडाउन की वजह से ज्यादातर महिलाएं वर्क फ्रॉम होम कर रही हैं। ऐसे में उन्हें ब्रा कैरी करने की झंझट से आजादी मिल गयी है। ब्रा एक तरफ जहां ब्रेस्ट को सपोर्ट करती हैं तो वहीं कुछ महिलाओं को इसकी वजह से काफी तनाव भी महसूस होता है। हालांकि हर ब्रा के फैब्रिक अलग-अलग होते हैं। कुछ फैब्रिक स्किन फ्रेंडली होते हैं, जिससे कम तनाव महसूस होता है। वहीं कुछ फ्रेब्रिक ज्यादा तनाव देने वाले होते हैं।
ये भी पढ़ें: महामारी के खात्मे के लिए भक्तों ने की भगवान शिव से प्रार्थना, किया ये सब
कई स्टडीज में कहा जाता है कि जब आप घर पर हों या रात में सोते वक्त ब्रा न पहने तो ज्यादा बेहतर है। हालांकि कुछ रिपोर्ट में यह बात भी सामने आ चुकी है कि ब्रा कैरी करने से फिजिकली, या सायकोलॉजिकली कोई फर्क नहीं पड़ता है। तो चलिए जानते हैं कि क्या होता है जब आप ब्रा पहनना बंद कर देती हैं?
त्वचा को मिलती हैं खुलकर सांसे
जब आप ब्रा नहीं पहनती हैं तो सबसे ज्यादा आपको आपकी स्किन पर ब्रा के स्ट्रैप से पड़ने वाले निशानों से छुटकारा मिल जाता है। इसके साथ ही ब्रा न कैरी करने से ब्रेस्ट के आसपास के टिश्यू और स्किन दबाव से मुक्त रहते हैं। और इससे आपकी त्वचा खुल कर सांस ले सकती है।
ये भी पढ़ें: सियासत की लुकाछिपी: गहलोत ने विधायकों को छिपाया होटल में, BJP ने की ये मांग
बॉडी को मिलता है रिलैक्स
वहीं ब्रा न पहनने से बॉडी को काफी आराम मिलता है। इसके आलावा वैज्ञानिक रूप से बिना पैडेड ब्रा के स्तन स्वाभाविक रूप से अनुकूलित रहते हैं और इनको प्राकृतिक सपोर्ट और विकास मिलता है।
ब्रेस्ट लटकते नहीं हैं
ब्रा पहनने से से ब्रैस्ट सैगी नहीं होते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक उन महिलाओं के ब्रेस्ट काफी भरे होते हैं, जो ब्रा कैरी नहीं करती हैं। वहीं रोजाना ब्रा कैरी करने वाली महिलाओं के साथ ऐसा नहीं है।
कैंसर का कम खतरा
तमाम एक्सपर्ट्स के मुताबिक दिन में संभव न हो तो रोजाना रात में ब्रा निकाल कर ही सोयें। इससे त्वचा को साँस लेने का मौका मिलता है। इसके आलावा कैंसर का भी कम खतरा होता है।
ये भी पढ़ें: सरकार में है दमः 27 साल का दफन राज, खुला तो अच्छे अच्छे हों जाएंगे बेनकाब
गहलोत की बल्ले-बल्ले: समर्थन में आए 109 MLA, पायलट के साथ 16 विधायक
कांग्रेस को झटका: अदिति व राकेश सिंह की याचिका खारिज, इसलिए हुआ फैसला