×

अगर हैं कोरोना की हाई रिस्क जोन में तो ऐसे करें बचाव, बचे रहेंगे आप

बेहतर तो यही है कि लोग घरों में ही रहें लेकिन बहुत से लोग ऐसा नहीं कर सकते या करना नहीं चाहते। इस हालत में उनके लिए सेफ़्टी के उपाए जानना जरूरी हैं।

Newstrack
Published on: 9 July 2020 9:47 AM GMT
अगर हैं कोरोना की हाई रिस्क जोन में तो ऐसे करें बचाव, बचे रहेंगे आप
X

नीलमणि लाल

लखनऊ: कोरोना महामारी की स्थिति दिनों दिन बिगड़ती जा रही है। लेकिन इसी के साथ बन्दिशें भी ढीली पड़ती जा रही हैं। लोगों सड़कों, बाज़ारों, पब्लिक ट्रांसपोर्ट आदि में नॉर्मल जमाने की तरह आ जा रहे हैं। भारत हो या अमेरिका, फिजिकल डिस्टेनिंग का सतत एहतियात बरतने वालों की संख्या घटती जा रही है।

महामारी की शुरुआत में एक्स्पर्ट्स के दिशा निर्देश एकदम स्पष्ट थे – जहां तक संभव हो, घर के भीतर रहें, जिनके साथ आप रहते हैं उनके अलावा अन्य लोगों के साथ मेलमिलाप न करें। धीरे धीरे बन्दिशें ढीली पड़ते जाने से लोग इन सख्त हिदायतों को भूलते जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में अब एक्स्पर्ट्स ने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए नई रणनीति की सलाह दी है। वो ये कि बाहर जाएँ लेकिन पूरे एहतियात के साथ, ढिलाई न बरतें।

अपनाने होंगे उपाय

बेहतर तो यही है कि लोग घरों में ही रहें लेकिन बहुत से लोग ऐसा नहीं कर सकते या करना नहीं चाहते। इस हालत में उनके लिए सेफ़्टी के उपाए जानना जरूरी हैं। हारवर्ड यूनिवर्सिटी की संक्रामक रोग विशेषज्ञ जूलिया मार्कस इस स्थिति को एचआईवी-एड्स महामारी के सबसे बुरे दिनों से तुलना करती हैं।

ये भी पढ़ें- आंध्र प्रदेश में बीते 24 घंटे में 1555 कोरोना के नए केस, 13 मरीजों की मौत

उनका कहना है कि एड्स से बचने के लिए दो ही उपाय थे सेक्स न करने या सेफ सेक्स करने के। ऐसे में लोग दूसरा उपाय चुनते थे – सेफ सेक्स का। इसी तरह अब कोरोना का खतरा न्यूनतम करने के लिए हमें सेफ़्टी के उपाय चुनने होंगे।

न्यूनतम जोखिम: आप अकेले या परिवार के संग रहते हैं।

- जहां तक मुमकिन हो घर पर ही रहें।

- जिनके साथ आप रहते हैं सिर्फ उनको ही घर में आने की इजाजत दें।

- अपने हाथ धोते रहें।

- अगर आप बीमार हैं तो घर पर रहें और अपने को परिवार के अन्य लोग से अलग कर लें यानी आइसोलेशन में रहें।

ये भी पढ़ें- केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री का बयान, ये योजना 2022 तक पूर्ण किए जाने का प्रयास

मध्यम जोखिम : आउटडोर एक्टिविटी।

- अपने हाथ घोएं और अपने चेहरे पर हाथ न लगाएँ।

- बाहरी लोगों से न्यूनतम 6 फुट दूर रहें।

- मास्क पहनें

- जिस सतह को दूसरे लोग छूते हों, उन सतहों को न छुयें।

उच्च जोखिम : आउटडोर भीड़भड़क्का।

- अपने हाथ धोते रहें। अपने चेहरे को कतई न छुयें।

- बाहरी लोगों से न्यूनतम 6 फुट दूर रहें।

- मास्क पहनें

ये भी पढ़ें- ग्लोबल वीक 2020: पूरी दुनिया में बदलाव का नेतृत्व कर रहा भारत- पीएम मोदी

- खाद्य पदार्थ, खिलौने या कोई भी आइटम शेयर न करें।

- सार्वजनिक सतहों को न छुयें।

- भीड़ वाली जगहों में न जाएँ।

उच्चतम जोखिम : इनडोर भीड़।

- अपने हाथ बार बार धोएँ, अपना चेहरा न छुयें।

- लोगों से कम से कम 6 फुट दूर रहें।

- मास्क लगाए रहें।

- कोई वस्तु किसी के साथ शेयर न करें।

ये भी पढ़ें- दूल्हे की 2 दुल्हनिया: शादी ने उड़ा दिए सबके होश, एक प्यार तो दूसरी कोई और

- सार्वजनिक सतहों को न छुयें।

- खिड़कियाँ खोल के रखें।

- बंद कमरे में अन्य लोगों के संग न्यूनतम समय बिताएँ।

बाहर की हवा है सेफ

ये सच है कि मौसम का कोरोना वायरस पर कोई असर नहीं पड़ता है। लेकिन तब भी अगर आप कोई काम घर से बाहर करना चाहते हैं तो ताजी हवा और सूरज की रोशनी का लाभ उठाना बेहतर है। खुली हवा में फिजिकल डिस्टेन्सिंग का पालन ज्यादा सुविधाजनक तरीके से किया जा सकता है। इसके अलावा धूप, गरम हवा और हयूमीडिटी से कोरोना वायरस की तीव्रता कुछ न कुछ जरूर कम पड़ती है।

ये भी पढ़ें- उज्जैन से गिरफ्तार विकास का अब ये होगा नया ठिकाना, चार्टर्ड प्लेन से लाया जाएगा

शुरुआती रिसर्च में पता चला है कि ऊष्मा और अल्ट्रा वायलेट किरणों से वायरस मर जाता है। तथा हयूमीडिटी से ड्रॉपलेट्स हवा में टीके नहीं रह पाते। सो जिम की बजाय पार्क या मैदान में दौड़ लगाये, ओपेन एयर रेस्तरां में खाना खाइये और दोस्तों या रिशतेदारों से खुली जगह में मिलिये।

साफ सफाई का रखें ध्यान

ये बात लाखों मर्तबा बताई जा चुकी है। हाथ पानी और साबुन से कम से कम 20 सेकेंड तक धोइए। बार बार धोइए। अपना चेहरा मत छूइए। बाहर गए हैं तो लौट कर कपड़े तुरंत साबुन से धो डालिए। जूते चप्पल घर के बाहर उतारिए। फल सब्जी आदि साबुन के घोल या सोडा मिले पानी से धो कर सूखा कर इस्तेमाल करिए। टॉइलेट में फ़िनाइल डालिए।

मास्क पहनिए

शुरू में मास्क पहनने पर संशय था। लेकिन अब बात साफ है, बाहर जाना है तो मास्क पहनना ही होगा। आफिस या दुकना में जाना है तो मास्क पहनना होगा। कुल मिलाकर ये समझा जाना है अब घर से बाहर हर वक्त मास्क पहनकर रहना होगा। मास्क भी सही ढंग से पहनना है इसे कान में बांध कर ठुड्डी पर लटकना नहीं है।

ये भी पढ़ें- फेल योगी सरकार: विकास की गिरफ्तारी पर प्रियंका का बयान, लगाया ये आरोप

मास्क नाक और मुंह ढंकने की चीज है ठुड्डी पर अटकाने की ये चीज नहीं है। मास्क भी साफ पहनें, ये नहीं कि एक मास्क ले लिया और हमेशा की छुट्टी हो गई।

खान पान

ये भी पढ़ें- ‘वोकल फार लोकल एंड मेक इट ग्लोबल’ को मिला देशवासियों का समर्थन- CM त्रिवेन्द्र सिंह रावत

कोरोना से बचाव की दवा नहीं है और इलाज की भी सटीक दवाई नहीं है। ऐसे में साफ सफाई, मास्किंग, फिजिकल डिस्टेन्सिंग और इम्यूनिटी ही जान बचाएगी। गुनगुने पानी में नमक दाल कर गरारा रोज कम से कम दो मर्तबा करें। काढ़ा पियें, होम्योपैथिक दवा लेते रहें। विटामिन सी की गोली रोज लें। व्यायाम करें। ये सब आपको नुकसान नहीं बल्कि फायदा ही पहुंचाएंगी।

Newstrack

Newstrack

Next Story