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न देखा जाएगा ये: करुण क्रंदन और चीत्कार, पीछे छूट गई घर वालों की पुकार

शनिवार की सुबह करीब 3:30 बजे नित्य क्रिया के लिए रुके कुछ मजदूर उस समय हादसे का शिकार हो गए जब पीछे से आ रहे एक ट्रक ने डीसीएम ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही वहा करुन क्रंदन गूंज उठा और चारों ओर चीत्कार व पुकार मच गई।

Vidushi Mishra
Published on: 16 May 2020 8:42 AM GMT
न देखा जाएगा ये: करुण क्रंदन और चीत्कार, पीछे छूट गई घर वालों की पुकार
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औरैया। मुरझाए चेहरे उसनीदी आंखें, रोजी रोटी के कशमकश के बीच न थकने वाले जज्बे को एक तेज धमाके ने पूरी तरह से शांत करा दिया। जिसमें कई जिंदगी सवार थी जो मौत की आगोश में पहुंच गई। यह कोई कथानक का अंश नहीं बल्कि हकीकत है। जनपद औरैया में ऐसा ही एक सड़क हादसा हुआ जिसमें 25 लोगों ने अपनी जान गवा दी। जबकि एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल अवस्था में सैफई के पीजीआई में भर्ती हैं। जबकि आंशिक रूप से घायल जिला अस्पताल औरैया में अपना उपचार करा रहे हैं।

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करुन क्रंदन गूंज उठा और चारों ओर चीत्कार

जनपद के ग्राम मिहोली में शनिवार की सुबह करीब 3:30 बजे नित्य क्रिया के लिए रुके कुछ मजदूर उस समय हादसे का शिकार हो गए जब पीछे से आ रहे एक ट्रक ने डीसीएम ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही वहा करुन क्रंदन गूंज उठा और चारों ओर चीत्कार व पुकार मच गई।

बताते चलें कि अलवर से डस्ट लादकर एक ट्रक झारखंड व बिहार की ओर 60 मजदूरों को लेकर जा रहा था। जबकि गाजियाबाद से किराए पर की गई एक डीसीएम जिसमें 22 लोग सवार थे वह मध्य प्रदेश जा रही थी।

डीसीएम में सवार धन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने एक डीसीएम मध्य प्रदेश जाने के लिए किराए पर की थी। इस डीसीएम में 22 लोग सवार थे। जैसे ही वे लोग औरैया कोतवाली के ग्राम मिहोली के समीप पहुंचे कि डीसीएम के चालक ने गाड़ी को वहीं रोक दिया।

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ट्रक तेज रफ्तार से आया

डीसीएम के रोकने के करीब 10 मिनट बाद एक ट्रक तेज रफ्तार से आया और डीसीएम में टक्कर मारते हुए आगे जाकर खाई में पलट गया। उन्होंने बताया कि जैसे ही ट्रक पलटा तो उसमें चीख-पुकार मच गई और कुछ लोग यहां वहां कूदकर भागने लगे। ट्रक में सफेद पाउडर जैसा कुछ लगा हुआ था।

देखते ही देखते वहां पर राहगीरों की भीड़ जमा हो गई और सूचना पाकर कोतवाली पुलिस के अलावा कई स्थानों की एंबुलेंस भी पहुंच गई। डीसीएम पर सवार धन सिंह ने बताया कि उस दौरान यहां माहौल ऐसा था कि जिसे भी उठाओ उसका शव ही बाहर निकल रहा था।

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यह देखकर उनका दिल दहल गया और डीसीएम में सवार लोग सहम गए। हालांकि वह लोग भी चोटिल हो गए मगर ट्रक पर सवार लोग ज्यादातर मौत के मुंह में समा गए।

जारी की गई मृतकों की सूची

राहुल निवासी ग्राम गोपालपुर बोकारो, नंदकिशोर निवासी झारखंड, अनिल लाला निवासी बोकारो, राजा वीरानी गोस्वामी निवासी बोकारो, गोविंद कालिंदी निवासी विहार, उत्तम गोरमी निवासी बोकारो झारखंड, डॉ महतो निवासी बोकारो, सोमनाथ गोस्वामी निवासी बोकारो, नकुल महतो निवासी बोकारो, कीर्ति खिलाड़ी निवासी बोकारो, मिलन भदोखर, अजीत महतो, चंदन राजभर, गणेश राजोपाल निवासीगढ़ पुरुलिया पश्चिम बंगाल, केदार यादव एवं सत्येंद्र यादव निवासी गढ़ गया बिहार, अर्जुन चौहान निवासी कुशीनगर एवं मुकेश निवासी भदोही उत्तर प्रदेश के निवासी है। इसके अलावा 4 लोगों की अभी तक शिनाख्त नहीं हो सकी है।

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घायलों की सूची

रोशन सागर मध्यप्रदेश, काजल माथुर, शंभू महतो, उमेश, कालिंद्री निवासी गण बोकारो झारखंड, बंदना, योगिता, शशि, योगेश, इमरती एवं घनश्याम सिंह निवासी गढ़ सागर मध्य प्रदेश, गोपाल निवासी पुरुलिया पश्चिम बंगाल, दीपक निवासी बोकारो झारखंड, प्रताप सिंह निवासी जालौन उत्तर प्रदेश, संतोष एवं उषा निवासी सागर मध्य प्रदेश, योगेश्वर निवासी बोकारो झारखंड, अर्जुन मुजफ्फरनगर बिहार, गौरव एवं शिवानी सागर मध्य प्रदेश, सुशील मोतिहारी बिहार, शिवप्रसाद निवासी सागर मध्य प्रदेश, सुनील भदोही उत्तर प्रदेश, राहुल निवासी छतरपुर मध्य प्रदेश, मीना बाई निवासी गौरव झा व मध्य प्रदेश धनंजय देवरिया उत्तर प्रदेश, गोरी छतरपुर मध्य प्रदेश, अरविंद एवं किछुट्टन चौहान निवासी देवरिया उत्तर प्रदेश एवं नरेश माथुर शामिल है।

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सरकार की कड़े शब्दों में निंदा

इतनी बड़ी संख्या में जनहानि की खबर सुनकर घटनास्थल की ओर जनप्रतिनिधि दौड़ पड़े। सूचना पाकर सबसे पहले पहुंचे समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष राजवीर यादव, उपाध्यक्ष अवधेश भदोरिया ने पहुंचकर लोगों का हालचाल जाना और सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की।

उन्होंने कहा जब सरकार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा रही है तो फिर एक ट्रक में इतनी अधिक संख्या में मजदूर कैसे सवार हो गए और जिला प्रशासन की इस पर नजर क्यों नहीं पड़ी।

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मृत लोगों के प्रति शोक संवेदना

वहीं कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शिववीर दुबे भी जिला अस्पताल पहुंचे जहां पर उन्होंने घायलों का हालचाल जाना और मृत हुए लोगों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की।

सूचना पाकर इटावा सांसद रामशंकर कठेरिया, जिला अध्यक्ष श्रीराम मिश्रा, मीडिया प्रभारी दिलीप मिश्रा भी पहुंचे। इस बारे में संसद से जब सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि इसमें जिला प्रशासन की चूक है वह मानते हैं।

कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मृतकों के परिजनों को दो ₹200000 तथा घायलों को 50000 दिए जाने की घोषणा की गई है। फिलहाल जिले में इतनी अधिक मौत होने से हड़कंप मचा हुआ है।

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रिपोर्ट: प्रवेश चतुर्वेदी

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Vidushi Mishra

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