TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

इसी मस्जिद से निकला कोरोना, पूरी दुनिया में मचा दिया हाहाकार

इन दिनों पूरी दुनियाभर में कोरोना वायरस के चर्चे हैं। दुनिया भर के तमाम देश इस वायरस से निपटने में जुटे हुए हैं। वहीं इन दिनों मलेशिया का एक मस्जिद कोरोना वायरस की वजह से चर्चा में है।

Shreya
Published on: 18 March 2020 4:45 PM IST
इसी मस्जिद से निकला कोरोना, पूरी दुनिया में मचा दिया हाहाकार
X
इसी मस्जिद से निकला कोरोना, पूरी दुनिया में मचा दिया हाहाकार

नई दिल्ली: इन दिनों पूरी दुनियाभर में कोरोना वायरस के चर्चे हैं। दुनिया भर के तमाम देश इस वायरस से निपटने में जुटे हुए हैं। वहीं इन दिनों मलेशिया का एक मस्जिद कोरोना वायरस की वजह से चर्चा में है। दरअसल, एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, मलेशिया के कुआलालंपुर में स्थित एक मस्जिद में आए लोगों की वजह से दक्षिण-पूर्वी एशिया में कोरोना वायरस का संक्रमण बड़े पैमाने पर फैला है।

इस वजह से फैला कोरोना का संक्रमण

यह मस्जिद कुआलालंपुर के सिरी पेतालिंग इलाके में है और बताया जा रहा है कि यहां पर कोरोना वायरस सबसे खतरनाक स्तर पर फैला हुआ है। जानकारी के मुताबिक इस मस्जिद में 27 फरवरी से 1 मार्च तक एक आयोजन हुआ था, जिसमें कुल 16 हजार लोग हिस्सा लेने पहुंचे थे। इन 16 हजार लोगों में से 15 सौ लोग विदेशी थे। मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्री अधम बाबा ने बताया कि इस मस्जिद के आयोजन से फैले संक्रमण की वजह से मंगलवार को 34 साल के एक मलेशियाई नागरिक की मौत हो गई।

यह भी पढ़ें: बागी विधायकों ने कांग्रेस को दिया एक और झटका, लिया ये बड़ा फैसला

अब तक कोरोना वायरस से 673 लोग संक्रमित

आपको बता दें कि मलेशिया में अब तक कोरोना वायरस से 673 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से दो तिहाई संक्रमण इस मस्जिद से फैला है। मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्री अधम बाबा ने कहा कि इस मस्जिद में 4 दिनों तक एक आयोजन किया गया था और यहीं से पूरे शहर में यह वायरस फैला है। हालांकि अभी तक ये पता नहीं चला है कि यहां वायरस किससे आया।

इस्लामिक मूवमेंट तबलीगी जमात ने कराया था इवेंट

समाचार एजेंसी ने इस आयोजम के हिस्सा बने 6 लोगों से बातचीत की है। जिनकी बातों और कुछ तथ्यों से ऐसा मालूम होता है कि यह संक्रमण कैसे फैला। इस मस्जिद में 27 फरवरी से 1 मार्च तक हुए आयोजन को इस्लामिक मूवमेंट तबलीगी जमात ने कराया था, जिनकी जड़े सदियों पहले भारत से जुड़ी थीं। बता दें कि सोमवार को इस मिशनरी के सारे आयोजन रद्द कर दिए गए हैं, लेकिन संस्थान की तरफ से कोरोना के फैलने को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है।

यह भी पढ़ें: कोरोना संक्रमित डॉक्टर करता रहा मरीजों का इलाज, सच आया सामने तो मचा हड़कंप

इन देशों से शामिल हुए थे लोग

हालांकि अब इस मस्जिद को बंद कर दिया गया है। वहीं इस आयोजन में शामिल होने आए एक शख्स ने बताया कि उसे अलग जगह पर निगरानी में रखा गया है। इसके अलावा दर्जनों लोग भी अलग जगह पर निगरानी में रखे गए हैं। बता दें कि इस आयोजन में शामिल होने के लिए दुनिया भर के तमाम देशों से लोग यहां पहुंचे थे और अलग-अलग जगहों पर रूके थे। इस आयोजन में शामिल होने के लिए, कनाडा, नाइजीरिया, ऑस्ट्रेलिया और भारत के नागरिक भी पहुंचे थे। इसके अलावा चीन और दक्षिण कोरिया से भी लोग इस आयोजन में शामिल होने पहुंचे थे।

देश में लगाए गए ये प्रतिबंध

सोशल मीडिया की पोस्ट से ये पता चलता है कि नमाज के समय सभी कंधे से कंधा सटाकर बैठे हुए थे। कुछ पोस्ट देखने के बाद ये भी पता चलता है कि लोग आपस में खाना शेयर करके खा रहे थे। मलेशिया ने अपनी सीमाओं को बंद रखा है। देश में भी तमाम प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। इसके अलावा स्कूल-कॉलेज और यूनिवर्सिटीस को बंद कर दिया गया है। साथ ही दो हफ्तों के लिए सारी मस्जिदों को भी बंद रखने के निर्देश है।

यह भी पढ़ें: इस देश में अचानक 3 महीने का लॉकडाउन, फंसे भारतीय छात्र, सरकार से मांगी मदद

मस्जिद में शामिल होने से इतने लोग हुए संक्रमित

ब्रूनेई ने बताया कि उसके यहां अब तक कोरोना से कुल 56 लोग संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से 50 मामले इस मस्जिद के आयोजन से संबंधित हैं। इसके अलावा सिंगापुर में इस मस्जिद से जुड़े 5 मामले, थाईलैंड में 2, कंबोडिया में 13 मामले सामने आए हैं। वहीं फिलीपींस, वियतनाम, और इंडोनेशिया के 700 लोग इस आयोजन में शामिल हुए थे और इन सभी लोगों की जांच की जा रही है।

सिंगापुर ने ठहराया जिम्मेदार

सिंगापुर के एक राजनयिक ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि मलेशिया के कुआलालंपुर में यह आयोजन इस इलाके में कोरोना के संक्रमण बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस तरह के आयोजन के लिए अनुमति नहीं देनी चाहिए थी।

दुनिया भर में 7 हजार से ज्यादा मौत

आपको बता दें कि पूरी दुनिया भर में कोरोना वायरस से करीब 2 लाख लोग प्रभावित हैं। वहीं इस जानलेवा वायरस से दुनिया भर में करीब 7 साढ़े हजार से ज्यादा मौतें भी होे चुकी हैं।

यह भी पढ़ें: नागरिकों के कॉल रिकॉर्ड मांग रही सरकार, कांग्रेस ने पूछे ये बड़े सवाल



\
Shreya

Shreya

Next Story