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कोरोना की इतनी महंगी दवा, कीमत जानकर भूल जाएंगे इलाज

अमेरिका में कोरोना के इलाज में अब तक की सबसे कारगर दवा रेमडेसिविर की कीमत प्रति मरीज दो हजार 340 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 1.76 लाख रुपये हैं।

Shreya
Published on: 30 Jun 2020 4:00 PM IST
कोरोना की इतनी महंगी दवा, कीमत जानकर भूल जाएंगे इलाज
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वॉशिंगटन: पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है। वहीं इस महामारी से सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभावित हुआ है। इस बीच खबर है कि वहां पर दवा कंपनियां कोरोना वायरस से परेशान और पीड़ित लोगों पर और बोझ बढ़ाने की तैयारी में है। दरअसल, खबर है कि अमेरिका में कोरोना के इलाज में अब तक की सबसे कारगर दवा रेमडेसिविर की कीमत प्रति मरीज दो हजार 340 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 1.76 लाख रुपये हैं।

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अमीर देशों के मरीजों के लिए है यह कीमत

रेमडेसिविर दवा को बनाने वाली कंपनी जीलीड्स साइंसेज का कहना है कि दवा की यह कीमत अमीर देशों के संक्रमित मरीजों के लिए है। इतनी रकम पांच दिन की खुराक के लिए जा रहे हैं। कंपनी अगले तीन महीने तक कोरोना के इलाज में कारगर रेमडेसिविर दवा के लगभग सभी स्टॉक अमेरिका भेजने की तैयारी में है।

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अमेरिकी संस्था ने की थी ये सिफारिश

वहीं पिछले हफ्ते अमेरिकी संस्था इंस्टीट्यूट ऑफ क्लीनिकल एंड इकोनॉमिक रिव्यू ने सिफारिश की थी की दवा की कीमत को 2520 से 2800 डॉलर के बीच रखा जाए। जीलीड्स साइंसेज ने कहा कि कॉमर्शियल बीमा करवाए हुए अमेरिकी मरीजों से प्रति कोर्स 3120 डॉलर यानी करीब दो लाख तीस हजार रुपये या प्रति वायल 530 डॉलर यानी 39 हजार 267 रुपये लिया जाएगा।

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कंपनी ने इसलिए बढ़ाई दवा की कीमत

कंपनी का कहना है कि उसने प्रति वायल 390 डॉलर इसलिए बढ़ाया है क्योंकि यूएस में कोरोना मरीजों का इलाज अमेरिका के हेल्थ केयर प्रोग्राम के तहत होता है। जीलीड्स के चीफ एक्जीक्यूटिव डैनियल ओडे ने कहा कि कीमत जायज है। अगर मरीज सही वक्त पर ठीक होकर डिस्चार्ज होता है तो अमेरिका प्रति मरीज 12 हजार डॉलर यानी करीब 9.06 लाख रुपए बचा सकता है।

कंपनी मामूली सी दवा के लिए वसूल रही काफी ज्यादा कीमत

वहीं टेक्सास में डेमोक्रेटिक सांसद लॉयड डॉगेट का कहना है कि एक मामूली सी दवा के लिए दवा कंपनी काफी ज्यादा कीमत वसूल रही है। उन्होंने कहा कि यह आम नागरिकों की मेहनत से जमा किए टैक्स की नाजायज वसूली है।

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बता दें कि जीलीड्स ने भारत और पाकिस्तान की दवा कंपनियों से भी समझौता किया है। हेट्रो लैब्स की दवा की कीमत पांच हजार चार सौ रुपये और सिप्ला के जेनेरिक रेमडेसिविर दवा की कीमत 5 हजार रुपए हैं।

देश में अब तक सामने आए 26 लाख से ज्यादा मरीज

बता दें कि अमेरिका में तेजी से कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है। देश में अब तक कोरोना मरीजों की संख्या करीब 26 लाख से ज्यादा पहुंच गई है। जबकि अब तक सवा लाख से ज्यादा मरीजों की कोरोना की चपेट में आकर मौत हो गई है। जो पूरी दुनिया में हुई मौतों का कुल एक चौथाई हिस्सा है।

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