Bengal Violence: बंगाल में नहीं थम रही हिंसा, रेलवे स्टेशन पर हुआ पथराव, ममता बनर्जी ने हिंदुओं से की ये अपील
Bengal Violence: यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर रेलवे ने हावड़ा-वर्दमान रूट पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी है। सामान्य स्थिति बहाल होने के बाद ही इस रूट पर ट्रेनों का संचालन होगा। कुछ ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया तो कुछ को रद्द कर दिया गया है।
Bengal Violence: पश्चिम बंगाल में रामनवमी के दिन शुरू हुई हिंसा का दौर जारी है। पिछले 4-5 दिनों से हुगली और हावड़ा के इलाके से रह-रहकर हिंसक घटनाओं की खबरें आ रही हैं। हुगली के रिशरा इलाके में बीते दिन से हिंसा का दौर जारी है। हिंसा के कारण अब रेलसेवा भी प्रभावित होने लगी है। सोमवार रात को यहां के रेलवे स्टेशन को उपद्रवियों ने निशाना बनाया। सोमवार देर रात रिशरा रेलवे स्टेशन के बाहर पथराव किया गया, जिसके बाद स्टेशन को बंद कर दिया गया।
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यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर रेलवे ने हावड़ा-वर्दमान रूट पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी है। सामान्य स्थिति बहाल होने के बाद ही इस रूट पर ट्रेनों का संचालन होगा। कुछ ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया तो कुछ को रद्द कर दिया गया है। रेलवे स्टेशन के बाहर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। दरअसल, इससे पहले पिछले साल पैगंबर मोहम्मद के कथित अपमान को लेकर हुए भारी विरोध-प्रदर्शन के दौरान भी बंगाल में रेलवे को निशाना बनाया गया था।
ममता बनर्जी की हिंदुओं से अपील
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमुल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पहले दिन से हिंसा के लिए हिंदू पक्ष को जिम्मेदार ठहरा रही हैं। उनका आरोप है कि ये सब बीजेपी करा रही है। एक बार उन्होंने राज्य में हिंसा की आशंका जाहिर की है। आगामी गुरूवार को हनुमान जयंती है, जिसे लेकर बंगाल सीएम ने कहा कि राज्य में फिर से हिंसा करने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है।
ममता बनर्जी ने कहा कि हिंसा भड़काने के लिए त्योहार खत्म होने के पांच दिन बाद भी हथियार और बम रखने वाले राजनीतिक कार्यकर्ता अल्पसंख्यक क्षेत्रों में जानबूझकर रामनवमी की शोभायात्रा निकाल रहे हैं। पूर्वी मेदिनीपुर जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, मैं अपने हिंदू भाईयों को ये देखने की जिम्मेदारी सौपूंगी कि छह अप्रैल यानी हनुमान जयंती के दिन अल्पसंख्यकों पर अत्याचार न हो।
ममता पर बीजेपी और सीपीएम का हमला
सीएम ममता बनर्जी के बयान पर मुख्य विपक्षी बीजेपी और सीपीएम ने हमला बोला है। बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का यह बयान सागरदिघी उपचुनाव में उनकी पार्टी की हार के बाद आया है। सिन्हा ने दावा किया कि परिणाम से साफ है कि हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदाय ने अब उनकी पार्टी से मुंह मोड़ लिया है। भाजपा नेता ने कहा कि वह पहले से ही बहाना बना रही हैं ताकि हनुमान जयंती के दिन कुछ गलत होता है तो सारा दोष बीजेपी पर मढ़ सकें।
वहीं, सीपीएम नेता डॉ सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि अगर ममता बनर्जी को हनुमान जयंती पर संभावित हिंसा की जानकारी है तो वह पूर्वी मेदिनीपुर जिले का दौरा करने के बजाय सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के लिए प्रशासन के साथ बैठक कर सकती थीं। दरअसल, बंगाल में लगातार हो रही हिंसक घटनाओं को लेकर ममता सरकार बीजेपी के साथ-साथ लेफ्ट के भी निशाने पर है।