Bihar News: सृजन घोटाला केस में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई, निलंबित क्लर्क अरुण कुमार गिरफ्तार, रजनी प्रिया की तलाश

Bihar News: टीम तिलकामांझी के न्यू प्राणवती लेन में गली नंबर 8 स्थित अरुण कुमार के घर पहुंचे। उनसे कुछ देर पूछताछ की।

Newstrack :  Network
Update: 2022-11-25 10:38 GMT

Srijan scam case (photo: social media )

Bihar News: बिहार के चर्चित घोटालों में से एक सृजन घोटाला मामले में सीबीआई ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई की टीम ने डीआरडीए के खाते से घोटाले हुए मामले में क्लर्क अरुण कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें भागलपुर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार सुबह सीबीआई की टीम को देखते ही भागलपुर में हड़कंप मच गया। इसके बाद टीम तिलकामांझी के न्यू प्राणवती लेन में गली नंबर 8 स्थित अरुण कुमार के घर पहुंचे। उनसे कुछ देर पूछताछ की। उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जांच के लिए सदर अस्पताल ले गए। यहां पर मेडिकल जांच के बाद टीम उनसे पूछताछ करेगी।

बता दें कि डीआरडीए के खाते से हुए पैसों की निकासी के बाद क्लर्क अरुण कुमार की भूमिका संदिग्ध पाई गई। उन पर कई आरोप भी लगे थे इसके बाद सीबीआई की टीम लगातार इस मामले की जांच कर रही थी। इसके बाद शुक्रवार को CBI टीम ने अरुण कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

इससे पहले भागलपुर में बुधवार को सीबीआई की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ आधा दर्जन सार्वजनिक जगहों पर पब्लिक नोटिस चिपकाया था। कोर्ट के आदेश पर सृजन घोटाला मामले में फरार आरोपी रजनी प्रिया की तलाश सीबीआई ने शुरू कर दी है। सीबीआई दिल्ली के पुलिस इंस्पेक्टर जोगेंद्र शेहरावत ने नोटिस पर अपील की है कि रजनी प्रिया के बारे में किसी को कोई जानकारी मिले तो सीबीआई कार्यालय में दूरभाष से सूचित करें। इसके लिए पब्लिक नोटिस में सीबीआइ ने दूरभाष नंबर भी अंकित किया है।

300 करोड़ की अवैध निकासी ट्रांसफर किए जाने का बड़ा घोटाला

बता दें कि करीब 5 साल पहले भागलपुर में सरकारी विभाग के बैंक खातों से 300 करोड़ की अवैध निकासी कर उसे सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड (स्वयं सहायता समूह) के खातों में ट्रांसफर किए जाने का बड़ा घोटाला उजागर हुआ था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इस घोटाले की बात उजागर की थी। इसमें 300 करोड़ की हेराफेरी सामने आई थी। कुछ समय बाद सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। अब सीबीआई ही इस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि सृजन महिला विकास सहयोग समिति की स्थापना 1996 में हुई। यह संस्था ग्रामीण महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक, नैतिक, शैक्षणिक विकास के लिए काम करती थी। इसका कार्यक्षेत्र भागलपुर जिले के सबौर, गोराडीह, कहलगांव, जगदीशपुर, सन्हौला समेत 16 प्रखंडों तक फैला था।

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