CM नीतीश ने जनता दरबार में सुनी 50 समस्याएं, दिव्यांग खिलाड़ी की गुहार- तीरंदाजी के लिए मिले पर्याप्त सुविधा

सीएम नीतीश कुमार सोमवार को 4, देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने 50 लोगों की समस्याएं सुनी।

Newstrack :  Network
Update: 2022-08-08 10:33 GMT

'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में CM नीतीश कुमार

Bihar News : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) सोमवार को 4, देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' (Janta Ke Darbar Me Mukhyamantri) कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के विभिन्न जिलों से आए 50 लोगों की समस्याएं सुनी। सीएम नीतीश ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए।

'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में सोमवार (08 अगस्त 2022) को सामान्य प्रशासन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की समस्याओं को मुख्यमंत्री ने सुना। इसके अलावा, वित्त विभाग, संसदीय कार्य विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से जुड़ी समस्याएं भी उनके सामने रखी गई। इसके अलावा, बिहार के विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, श्रम संसाधन विभाग तथा आपदा प्रबंधन विभाग से संबंधित मामलों की सुनवाई की।

कई जिलों से बहाली में अनियमितता की शिकायतें  

'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में बेगूसराय से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि, विकास मित्र के चयन प्रक्रिया में अनियमितता हुई है। मेघा सूची में प्रथम आने के बाद भी बिना आवेदन किए हुए व्यक्ति को नियुक्ति पत्र दे दिया गया।' इस पर मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई का निर्देश दिया। वहीं, रोहतास से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से पंचायत शिक्षा मित्र की बहाली में अनियमितता की शिकायत की, तो कटिहार से आयी दिव्यांग महिला ने आंगनबाड़ी सेविका के चयन में अनियमितता की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।


अब तक नहीं मिली कोरोना से मौत की मुआवजा राशि 

समस्तीपुर जिले से आई एक महिला ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार लगाते हुए कहा कि, वर्ष 2021 में कोरोना से उनके पिता की मृत्यु हो गई लेकिन अब तक मुआवजे की राशि नहीं मिली है। वहीं, शेखपुरा से आयी एक अन्य महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि उनके पति का कोरोना संक्रमण के कारण वर्ष 2021 में पटना के एनएमसीएच में मृत्यु हो गई थी। सरकार द्वारा मिलने वाली मुआवजे की राशि अब तक नहीं मिल पायी है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

छात्रों ने भी सीएम को सुनाई समस्या 

भोजपुर जिला के जगदीशपुर केके मंडल कॉलेज से आयी एक छात्रा ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा, कि 'मैं वर्ष 2020 में स्नातक कर चुकी हूं लेकिन अब तक हमें प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है।' वहीं भागलपुर के गोपालपुर से आए एक युवक ने बताया कि वर्ष 2016 में मैट्रिक उत्तीर्ण करने के बाद भी अब तक मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना (Chief Minister Scholarship Scheme) की राशि नहीं मिल पाई है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को उचित कार्रवाई का निर्देश दिया।

'निगम की गाड़ी से हुई थी भाई की मौत, अब तक...' 

सीवान से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि, मेरे भाई की नगर निगम की गाड़ी से दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, लेकिन अब तक किसी प्रकार का मुआवजा नहीं मिला है।' मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारी से उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बक्सर जिला के सिमरी से आए एक व्यक्ति ने अपने गांव में अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण में विलंब होने की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।


दिव्यांग राज्य स्तरीय खिलाड़ी ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार 

पटना के पुनपुन से आए एक दिव्यांग राज्य स्तरीय खिलाड़ी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा, कि उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। उसे तीरंदाजी खेल के लिए आधुनिक प्रशिक्षण दिलाने की सुविधा प्रदान की जाए। इस पर मुख्यमंत्री ने कला, संस्कृति एवं युवा विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

बाढ़ रहत का पैसा दूसरे के कहते में भेज दिया 

मोतिहारी से आए एक व्यक्ति ने राष्ट्रीय पोषण मिशन के अंतर्गत प्रखंड समन्वयक की बहाली में अनियमितता की शिकायत की। वहीं किशनगंज के ठाकुरगंज में उर्दू विषय के स्नातक कोटि में शिक्षक नियोजन में अनियमितता की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सीतामढ़ी के सोनबरसा से आए एक व्यक्ति ने बाढ़ राहत का पैसा उनकी जगह दूसरे के खाते में भेजे जाने की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

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