कटा नवजात का सिर: हैवान डॉक्टर करते रहे ऑपरेशन, चीखती रही मजबूर माँ

बिहार के एक प्राइवेट क्लिनिक में गर्भवती महिला संजू देवी का प्रसव के दौरान ऑपरेशन करना पड़ा। तभी ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने बच्चे का सिर ही काट दिया है। जिससे तुरंत ही नवजात की मौत हो गई। फिर कुछ देर बाद प्रसूता महिला की भी मौत हो गई।

Update: 2021-01-13 05:35 GMT
गर्भवती महिला संजू देवी का प्रसव के दौरान ऑपरेशन करना पड़ा। तभी ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने बच्चे का सिर ही काट दिया है।

खगड़िया: बिहार के खगड़िया जिले में एक हॉस्पिटल में डॉक्टर की लापरवाही की वजह से मां और बच्चें दोनों की मौत हो गई। ये मामला जिला के महेशखुंट थाना इलाके की एक प्राइवेट क्लिनिक का है। यहां गर्भवती महिला संजू देवी का प्रसव के दौरान ऑपरेशन करना पड़ा। तभी ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने बच्चे का सिर ही काट दिया है। जिससे तुरंत ही नवजात की मौत हो गई। फिर कुछ देर बाद प्रसूता महिला की भी मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना के बाद अस्पताल पर कार्रवाई की मांग को लेकर परिवार वालों ने महेशखुंट में एऩएच 109 को जाम कर दिया है।

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ऑपरेशन के दौरान बच्चे का गला काटा

इस घटना के बाद गोगरी एसडीओ सुभाष चन्द्र मंडल और डीएसपी पीके झा सहित तमाम अधिकारी पहुंचे और जाम कर रहे लोगों को समझा कर प्रदर्शन समाप्त करवाया। ऐसे में गोगरी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का कहना है घटना के बाद पीड़ित के आवेदन पर क्लिनिक को सील कर उसके संचालक समेत आधा दर्जन स्टाफ पर मामला दर्ज किया जा रहा है।

फोटो-सोशल मीडिया

ऐसे में इस घटना के संबंध मे बताया जाता है कि परबत्ता प्रखंड के महद्दीपुर गांव के अमित कुमार ने अपनी पत्नी संजू देवी को डिलिवरी कराने के लिए टाटा इमरजेन्सी हास्पिटल में भर्ती कराया था, लेकिन हॉस्पिटल प्रशासन ने ऑपरेशन के दौरान बच्चे का गला ही काट दिया। डिलीवरी के दौरान बाद बच्चे को बाहर निकाला गया। इसी दौरान महिला की भी तबियत बिगड़ने लगी, जिसके बाद उनकी भी मौत हो गई।

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संचालक और कर्मचारी क्लीनिक छोङकर फरार

इसके बाद जब जच्चा-बच्चा की मौत की खबर जैसे ही परिवारवालों को मिली, सभी लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। ऐसे में परिवारवालों को हंगामा करते देख अस्पताल संचालक और कर्मचारी क्लीनिक छोङकर फरार हो गये हैं।

आपको बता दें कि खगड़िया डीएम के निर्देश पर कई बार फर्जी नर्सिंग होम्स पर कार्रवाई हुई है, लेकिन जिला में दो दर्जन से अधिक बिना लाइसेंस के नर्सिंग होम खुले हुए हैं, जिसके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इनकी मनमानी का खामियाजा अस्पताल में आए लोगों को झेलना पड़ रहा है।

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