बिहार: चिराग पासवान के खिलाफ दर्ज हुई FIR, बढ़ सकती हैं मुश्किलें, जानें पूरा मामला
लोक जनशक्ति पार्टी नेता केशव सिंह को फोन पर जान से मारने की धमकी मिलने के बाद जमुई सांसद चिराग पासवान और उनके सहयोगी सौरभ पांडे के खिलाफ पटना के शास्त्री नगर थाने में केस दर्ज कराया है।
Bihar: लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) में टूट के बाद भी चाचा-भतीजे में लगातार तकरार बना हुआ है। केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस खेमे के नेता केशव सिंह ने आज यानी बुधवार को चिराग पासवान के खिलाफ केस दर्ज कराया और आरोप लगाया कि उनसे उनकी जान को खतरा है।
जानकारी के अनुसार लोक जनशक्ति पार्टी (पशुपति पारस गुट) नेता केशव सिंह को फोन पर जान से मारने की धमकी मिलने के बाद जमुई सांसद चिराग पासवान और उनके सहयोगी सौरभ पांडे के खिलाफ पटना के शास्त्री नगर थाने में केस दर्ज कराया है। केशव सिंह ने चिराग पासवान और सौरभ पांडे समेत चार अन्य नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
अपनी प्राथमिकी में केशव सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह उनके पास एक नंबर से फोन आया जिस पर उन्हें जान से मारने की धमकी मिली। फोन कॉल के बाद केशव सिंह शास्त्री नगर थाने पर पहुंचे और उन्होंने चिराग पासवान और अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया।
इन लोगों पर हुई FIR
चिराग और सौरभ पांडे के अलावा जिन अन्य नेताओं के खिलाफ केशव सिंह ने केस दर्ज कराया है उनमें लोक जनशक्ति पार्टी (चिराग पासवान गुट) के प्रवक्ता चंदन सिंह, अमर उजाला और कृष्णा सिंह शामिल हैं।
मेरे मोबाइल पर आई 6 बार कॉल
केशव सिंह ने कहा कि आज सुबह मेरे मोबाइल पर 6 बार कॉल आई और मुझे धमकी दी गई। फोन करने वाले ने मुझे धमकाया कि मैं चिराग पासवान के खिलाफ बयान देता हूं और पशुपति पारस के कार्यक्रम को सफल बनाता हूं। कॉल करने वाले ने ऐसा करने के लिए मैं इसके लिए परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहूं।
केशव सिंह ने कहा कि 23 अगस्त को जब केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस मंत्री बनने के बाद पहली बार पटना आए थे और एयरपोर्ट पर उनका स्वागत हो रहा था उस समय भी उनके बेटे कनिष्क राठौर ने चंदन सिंह, उजाला और कृष्ण सिंह को कहते हुए सुना कि केशव सिंह का कुछ उपाय करना पड़ेगा।
पशुपति पर महिला ने फेंकी स्याही
इससे पहले पशुपति पारस पर 2 दिन पहले सोमवार को हाजीपुर में एक महिला ने स्याही फेंक दी थी। उन पर यह हमला तब हुआ जब वह केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार हाजीपुर पहुंचे थे। पारस हाजीपुर में आभार यात्रा निकाल रहे थे। उन पर स्याही फेंकने वाली महिला को उनके भतीजे चिराग पासवान का समर्थक बताया जा रहा है। स्याही फेंके जाने के बाद पशुपति को कपड़े बदलने पड़ गए।
जून महीने में पशुपति पारस और चिराग पासवान के बीच विवाद खड़ा होने के बाद पारस को पार्टी का संसदीय दल का नेता चुन लिया गया था। इसके बाद चिराग ने अपने चाचा पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया था कि पार्टी संगठन से बनती है, सांसद-विधायक तो आते-जाते रहते हैं। दुनिया की शायद ही कोई ऐसी पार्टी होगी, जहां पर लोग दूसरी पार्टी में नहीं गए होंगे। उन्होंने कहा था कि उन्हें अपने लोगों द्वारा धोखा दिए जाने की वजह से ज्यादा दुख हुआ है।