Bihar Politics: भाजपा को लगा बड़ा झटका, नरकटियागंज की विधायक ने दिया विधानसभा से इस्तीफा
बिहार में 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 74 सीटों पर जीत हासिल की थी। रश्मि वर्मा की अपने क्षेत्र पर मजबूत पकड़ मानी जाती रही है।;
विधायक रश्मि वर्मा की तस्वीर
Bihar Politics: बिहार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बड़ा झटका लगा है। नरकटियागंज विधानसभा सीट से जीत हासिल करने वाली रश्मि वर्मा ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया है। रश्मि वर्मा ने अपना इस्तीफा पार्टी के पास नहीं बल्कि विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के पास भेजा है। अभी उनके इस्तीफे के कारणों का पता नहीं लग सका है मगर उनके नजदीकी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है।
विधायकी छोड़कर सबको चौंकाया
बिहार में 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 74 सीटों पर जीत हासिल की थी। रश्मि वर्मा की अपने क्षेत्र पर मजबूत पकड़ मानी जाती रही है। इसी कारण पार्टी की ओर से 2020 में उन्हें चुनाव मैदान में उतारा गया था मगर अब उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। उनके इस्तीफे की खबर पर पार्टी में भी हैरानी जताई जा रही है। उन्होंने अपने इस्तीफे में किसी कारण का उल्लेख नहीं किया है।
अपनी विधानसभा सीट नरकटियागंज पर मजबूत पकड़ होने के कारण ही पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी। रश्मि वर्मा का ताल्लुक शिकारपुर स्टेट से है। राजघराने से जुड़ा होने के कारण उनका व्यक्तित्व भी अलग ही नजर आता है। वे काम करने के अपने अलग अंदाज के लिए जानी जाती रही हैं।
पहले भी उठा चुकी हैं बड़ा कदम
विधानसभा का चुनाव जीतने से पहले रश्मि वर्मा नगर पंचायत के सभापति का पद भी संभाल चुकी हैं। वैसे यह पहला मौका नहीं है जब उन्होंने अपने सियासी कदम से सबको चौंका दिया है। वे पहले भी सबको चौंकाने वाला कदम उठाती रही हैं। ऐसा ही कदम उन्होंने 2014 में भी उठाया था जब उन्होंने जनता दल यू से नाता तोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। बाद में भाजपा ने उन्हें टिकट देकर उपचुनाव में मैदान में उतार दिया था। इस चुनाव में भी वे जीत हासिल करने में कामयाब हुई थीं और 9 महीने की विधायकी हासिल की थी।
कई कारणों से चर्चित रही हैं रश्मि वर्मा
2020 के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें नरकटियागंज की विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा। पार्टी नेतृत्व की अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए रश्मि वर्मा ने 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। 2020 के दिसंबर महीने में उनसे रंगदारी मांगे जाने का मामला भी मीडिया में सुर्खियां बना था।
उन्होंने इस संबंध में शिकायत भी दर्ज कराई थी जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। यूपी टीईटी का पेपर लीक होने के बाद भी उनका नाम चर्चा में आया था। दरअसल इस मामले में उनके भाई को गिरफ्तार किया गया था जिसकी खबरें प्रमुखता से मीडिया में छा गई थीं।
वे इस बात को कहती रही हैं कि मेरा मायका सरहरी स्टेट में है जबकि मैं शिकारपुर स्टेट की बहू हूं। शिकारपुर स्टेट पश्चिमी चंपारण में है जहां से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को काफी प्रसिद्धि मिली थी। हमेशा चर्चा में रहने वाली रश्मि वर्मा विधानसभा से इस्तीफा देकर एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं। भाजपा की ओर से अभी तक उनके इस्तीफे को लेकर कोई बयान नहीं जारी किया गया है।