Bihar: डिप्टी सीएम तेजस्वी बोले एक माह के अंदर बंपर वैकेंसी, युवाओं ने कहा 10 लाख रोजगार की बात से जागी उम्मीद
Bihar News: बिहार में नई सरकार बनते ही युवाओं ने रोजगार की मांग उठानी शुरू कर दी है। उनका कहना हैं, कि 2020 विधानसभा चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव ने 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था।
Bihar News: बिहार में नई सरकार बनते ही युवाओं ने रोजगार की मांग उठानी शुरू कर दी है। साथ ही पेडिंग वैकेंसी को भी जल्द से जल्द पूरा करने की अपील की है। उनका कहना है कि 2020 विधानसभा चुनाव के वक्त तेजस्वी यादव ने 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था। अब वो समय आ चुका है कि तेजस्वी यादव अपना वादा निभाएं। इधर, शपथ लेने के बाद ही डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ऐलान कर दिया कि एक महीने के अंदर बिहार में बंपर वैकेंसी निकाली जाएगी।
जो वादा बिहार के युवाओं से किया है वो इसे हर कीमत पर निभाएंगे। वैकेंसी ने लिए उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की है। जल्द ही बिहार में वैकेंसी निकाली जाएगी।
युवाओं ने याद दिलाए चुनावी वादे
पटना में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे छात्रों ने कहा कि तेजस्वी यादव ने विधानसभा चुनाव के वक्त कहा कि जब उनकी सरकार आए तो बिहार की नौकरियों में 85 प्रतिशत आरक्षण स्थानीय युवाओं के लिए होगा। इसके अलावा छात्रों का पांच लाख रुपए तक का एजुकेशन लोन माफ करने बात उन्होंने की थी। उम्मीद है कि वो अपना वादा जरूर पूरा करेंगे। ताकि हम बेरोजगारों को रोजगार मिल सके।
बता दें कि विधान सभा चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव ने रोजगार के सवाल पर कहा था कि नीतीश कुमार कहते हैं कि उन्होंने 15 साल में छह लाख नौकरियां दीं।
लेकिन वे यह नहीं बताते हैं कि उन्होंने ज्यादातर नौकरियां संविदा वाली दीं। वे पूछते हैं कि पैसा कहां से आएगा? नीतीश सरकार अपने बजट की 40 फीसदी राशि खर्च ही नहीं कर पाती, उस राशि का इस्तेमाल किया जाएगा। इस पर भी अगर शक है तो हमारी सरकार बनेगी तो मुख्यमंत्री और विधायकों की सैलरी रोककर भी युवाओं को वेतन देंगे।'
बेरोजगारी को बनाया तेजस्वी ने मुख्य मुद्दा
इतना ही नहीं लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने नई सरकार बनने से पहले भी उन्होंने पटना में प्रतिरोध मार्च के दौरान बेरोजगारी के सवाल को उठाया। उनके क्रांति रथ को ऐसे सजाया गया था कि वह बेरोजगारी रथ ही लग रहा था। यह रथ बेरोजगारी यात्रा के लिए तैयार किया गया था।
बिहार विधान सभा चुनाव 2020 में कहा था कि उनकी सरकार बनेगी तो वे कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख युवाओं को नौकरी देंगे। तेजस्वी यादव ने विधान सभा चुनाव बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा रखते हुए लड़ा और उसके बाद के बाकी उपचुनाव में भी वे जहां-जहां प्रचार में गए बेरोजगारी के मुद्दे को जरुर उठाया।