बिहार: RJD नेता जगदानंद ने RSS को बताया 'भारत का तालिबान', BJP ने दिया करारा जबाव
राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को 'भारत का तालिबान' कहा है। इस पर बिहार के बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि जगदानंद सिंह का बयान हिटलर सिंह जैसा है।
बिहार: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह अपने बड़बोलेपन के चलते एक फिर सुर्खियों में हैं। आरजेडी की आपदा प्रकोष्ठ के सदस्यों को संबोधित करते हुए नेता जगदानंद सिंह ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को 'भारत का तालिबान' कहा है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी सहयोगी ने अपनी बात पर विस्तार से कहा कि तालिबान एक नाम नहीं बल्कि अफगानिस्तान में एक संस्कृति है, जैसा कि भारत में आरएसएस है। उन्होंने कहा कि भारत में आरएसएस तालिबानी है।
साथ में पार्टी के पटना कार्यालय में जगदानंद सिंह ने उत्तर प्रदेश में कथित सांप्रदायिक घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने लोगों की दाढ़ी काट दी और चूड़ियां बेचने वाले पुरुषों को पीटा। राजद नेता ने भारत में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के मामले में तालिबान और आरएसएस के बीच समानता की ओर इशारा किया।
उन्होंने कहा कि तालिबान को अफगानिस्तान में सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए जाना जाता है और आरएसएस भारत में भी ऐसा ही कर रहा है। ऐसा कहने के बाद उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की तरह भारत भी अराजकता की ओर बढ़ रहा है।
बीजेपी ने 'हिटलर सिंह' वाले तंज से किया पलटवार
जगदानंद सिंह के बयान पर बिहार की बीजेपी इकाई ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने एक प्रमुख दैनिक से बात करते हुए कहा कि जगदानंद सिंह बयान हिटलर सिंह जैसा है। बयान लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप के हालिया बयान का एक अप्रत्यक्ष संदर्भ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि राजद के वरिष्ठ नेता हर जगह जाते हैं और हिटलर की तरह बोलते हैं।
बता दें कि तेज प्रताप के बयान के बाद अपनी ईमानदारी और स्वाभिमान के लिए जाने जाने वाले जगदानंद सिंह ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया।
दरअसल जगदानंद सिंह ने तेज प्रताप के करीबी आकाश यादव की जगह, गगन कुमार को छतरा में राजद के अध्यक्ष के रूप में नामित किया था। जिससे नाराज तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह को बिहार के राजद अध्यक्ष पद से हटाने के लिए पिता लालू यादव और छोटे भाई तेजस्वी से कहा था। इस काम में वह असफल रहे और उसे अनुशासित होने की चेतावनी दी गई थी।