Bihar: रियल एस्टेट कारोबारी से अपराधियों ने मांगी 3.5 करोड़ की रंगदारी, नहीं देने पर रची हत्या की साजिश

Bihar News: पटना के आलमगंज इलाके के बड़े रियल एस्टेट कारोबारी सुनील यादव से अपराधियों ने 3.5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी और रंगदारी की रकम नहीं देने उसकी हत्या की प्लानिंग कर ली थी।

Newstrack :  Network
Update: 2022-10-27 13:04 GMT

पुलिस के साथ आरोपी। 

Bihar News Today: पटना पुलिस (Patna Police) ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। इस पर पुलिस ने कहा है कि पटना के आलमगंज इलाके के बड़े रियल एस्टेट कारोबारी सुनील यादव से अपराधियों ने 3.5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी और रंगदारी की रकम नहीं दिए जाने पर अपराधियों ने उसकी हत्या की प्लानिंग कर ली थी। इतना ही नहीं इसके लिए अपराधियों ने शूटर को 2 लाख रुपये की सुपारी दी थी। इसमें से 5 लाख रुपये एडवांस दिया था। काम होने के बाद 15 लाख रुपये शूटर को दिया जाता। एडवांस दिए गए 5 लाख रुपये में मर्डर करने के लिए आधुनिक हथियार और एक चोरी की बाइक भी खरीद ली गई थी। यह सब साजिद बेउर जेल में बंद एक शातिर अपराधी रच रहा था उसका नाम था रवि गुप्ता। इसी ने इस पूरे प्लान को सेट किया था।

21 अक्टूबर को जेल गेट पर मिला था डेढ़ किलो गांजा

पटना एसएसपी मानव जीत सिंह ढिल्लों ने जब इस बात का खुलासा किया तो राजधानी पटना ही नहीं बल्कि बिहार के कई बड़े रियल एस्टेट कारोबारियों में हड़कंप मच गया। एसएसपी मानव जीत सिंह ढिल्लों ने गुरुवार दोपहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि 21 अक्टूबर को पटना सिटी कोर्ट में पेशी के बाद कुख्यात अपराधी प्रिंस छोटू रणविजय सिंह, मुन्ना सिंह और विवेक, पांडे बेउर जेल लौटे थे। जेल गेट पर तलाशी के दौरान इनके पास से 19 मोबाइल और डेढ़ किलो गांजा समेत कई आपत्तिजनक क्षमा ने बरामद हुई थी।

5 पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए

मामले को गंभीरता से लिया गया। छानबीन करने पर पता चला कि पांच पुलिसकर्मियों ने इन्हें जेल गेट तक सामान पहुंचाने में मदद की थी। इसके बाद इन पांचों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। और मामले की वैज्ञानिक अनुसंधान की गई। जब इन पांचों को ख्यात अपराधियों से पूछताछ की गई तो कई खुलासे हुए। इस खुलासे में यह बात सामने आई कि वे लोग एक रियल एस्टेट कारोबारी की हत्या की साजिश रच रहे थे। इस का मास्टरमाइंड कुख्यात रवि गुप्ता था। इसके बाद मामले की जांच की गई बाहर वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों की तलाश शुरू कर ली गई। इसके बाद इस हत्या की सुपारी लेने वाले छह अपराधियों को तकनीकी अनुसंधान के दौरान अलग-अलग इलाके से पकड़ लिया गया। इनमें सुल्तानगंज के शाहगंज निवासी मोहम्मद अहसान, मोहम्मद राजा, मोहम्मद फैजल, सद्दाम हुसैन, भरवारी चौक निवासी मोहम्मद फैज और सुल्तानगंज के मीना बाजार निवासी अमित कुमार उर्फ छोटू शामिल थे।

दो देसी पिस्टल व दो देसी कट्टा पिस्टल बरामद

यह लोग लूट चिंताई रंगदारी के केस में पहले से ही फरार चल रहे थे। इनके पास से दो देसी पिस्टल, दो देसी कट्टा, 32 गोली चोरी की एक बाइक और 4 मोबाइल बरामद हुआ। वहीं पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार अमित का भाई रवि गुप्ता कुख्यात अपराधी है। वह पिछले 4 साल से जेल में बंद है। वह अपराधी जिस सुनील यादव को मारना चाहते थे। वह सुनील यादव लोजपा नेता बृजनाथ की सिंह हत्याकांड का आरोपी रह चुका है, हालांकि किस मामले में बाद में सुनील यादव का नाम केस से हट गया था।

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