Pashupati Kumar Paras: पशुपति कुमार पारस संभालेंगे खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय, जानिए इनके प्रोफाइल के बारे में
Pashupati Kumar Paras: पशुपति कुमार पारस को पीएम मोदी के मंत्रिपरिषद विस्तार में खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आइए जानते है उनके बारे में...
Pashupati Kumar Paras: पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras), बिहार की राजनीति के खेमे का ऐसा नाम जो अक्सर सुर्खियों में छाया रहता है। इस चर्चित नाम को कल यानी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के मंत्रिपरिषद विस्तार (Cabinet Expansion) में एक विशेष दर्जा दिया गया। हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद पशुपति कुमार पारस को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय (Ministry of Food Processing Industries) की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तो चलिए जानते है सुर्खियों में छाए रहने वाले पशुपति कुमार पारस के बारे में...
पशुपति कुमार पारस, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) के छोटे भाई हैं। हाल ही में चिराग पासवान के साथ हुए खींचतान को लेकर पारस काफी सुर्खियों में छाए रहें। बीते दिन उन्हें कैबिनेट विस्तार में खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय सौंपा गया। खबर है कि जब वे शपथ ग्रहण करके अपने आवास लौटे तो अपने भाई की तस्वीरें के नतमस्तक हुए थे। इसके बाद वे कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया।
पारस ने जनता और पीएम मोदी को कहा धन्यवाद
भावुका के इस पल में पशुपति ने कहा, " हाजीपुर की जनता को धन्यवाद, जिसने मुझे चुना और देश की सबसे बड़ी पंचायत तक पहुंचाया। इसके बाद मैं पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूं। जिन्होंने इस काबिल समझा और मुझ पर विश्वास जताया। पीएम मोदी जो मुझे जिम्मेदारी सौंपी है उसे मैं शिद्दत के साथ पूरा करूंगा।"
आपको बता दें की भारत में काफी मात्रा में सब्जी और फलों का पैदावार होता है, जिसका भंडारण उचित व्यवस्था के साथ करना होता है। फल और सब्जियों के भंडारण और प्रसंस्करण को बढ़ाने के लिए केंद्र काफी जोर लगा रही है। इन बिंदुओं को ध्यान में रखा जाए तो यह मंत्रालय काफी महत्वपूर्ण है। बिहार में जिस तरह से सब्जियों और फलों की पैदावार होती है, उस तरह से पशुपति कुमार पारस बिहार के लिए कर सकेंगे।
पशुपति कुमार पारस की बायोग्राफी (Pashupati Kumar Paras Biography)
पशुपति कुमार पारस का जन्म (Pashupati Kumar Paras Birth) बिहार के शहरबन्नी में 12 जुलाई 1952 को हुआ था। उनके माता का नाम सिया देवी (Siya Devi) और पिता का नाम जामुन दासो (Jamun Das) था।
पशुपति कुमार पारस की शिक्षा (Pashupati Kumar Paras Education)
पशुपति कुमार पारस ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई शहरबन्नी में ही की। फिर साल 1972 में बिहार के कोशी कॉलेज, खगड़िया से राजनीति शास्त्र में स्नातक और साल 1974 में शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, भागलपुर से बीएड किया। इसके बाद वे 10 साल तक बतौर शिक्षक के रुप में काम किया। उसके बाद वे साल 1977 में जेपी आंदोलन (J.P. Andolan) में हिस्सा लिया।
पशुपति कुमार पारस का राजनीतिक जीवन (Pashupati Kumar Paras Political Career)
साल 1977 में पशुपति कुमार पारस पहली बार अलौली विधानसभा सीट से (Alauli Assembly Seat) बतौर विधायक निर्वाचित हुए। साल 1980 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन वे बैक-टू-बैक पांच चुनाव 1985, 1990, 1995, 2000 और पांच चुनाव 2005 जीते। इसके बाद वे फिर 2010 और 2015 के विधानसभा चुनाव में हार गए। बाद में उन्हें राज्यपाल के कोटे से एमएलसी (MLC) मनोनीत किया गया। फिर 2019 में उन्हें हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सांसद के रूप में निर्वातिच किया गया। जून 2021 में चिराग पासवान (Chirag Paswan) की जगह पर पशुपति कुमार पारस जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चयनित किया गया था। इस दौरान चिराग पासवान और पारस के बीच काफी नोकझोंक हुई थी, जिसके वजह से वे सुर्खियों में छाए हुए थे।
पशुपति कुमार पारस का परिवार (Pashupati Kumar Paras Family)
पशुपति कुमार पारस ने 2 सितंबर 1971 में शोभा देवी (Shobha Devi) से शादी की। पारस की पत्नी (Pashupati Kumar Paras Wife) खगडिय़ा के मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद कार्यरत थी। पारस की एक बेटी ईशा स्मृति और एक बेटा (Pashupati Kumar Paras Son) मुस्कान हैं।
पशुपति कुमार पारस का नेट वर्थ (Pashupati Kumar Paras Net Worth)
माय नेता (Myneta)वेबसाइट के मुताबिक, पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras Myneta) के पास लगभग 4,14,34,195 रुपये की चल संपत्ति (Movable Asset)है तो वहीं करीब 1,71,50,000 रुपये की अचल संपत्ति (Immovable Asset) भी है।