Politics of Bihar: राजद से दोस्ती पर उठते रहे हैं सवाल, बिहार में कमजोर हो रही कांग्रेस की सियासी जमीन
Politics of Bihar: बिहार के दोनों विधानसभा सीटों पर चुनाव जीतने के लिए राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने पूरा जोर लगा रखा है।
Politics of Bihar: कांग्रेस (Congress) में एक बड़ा वर्ग शुरुआत से ही राजद (RJD) से दोस्ती को लेकर सवाल उठाता रहा है। इस गुट से जुड़े नेताओं का मानना है कि राजद (RJD)अपने सियासी फायदे के लिए कांग्रेस (Congress) को नुकसान पहुंचाता रहा है। कांग्रेस से दोस्ती करके राजद (RJD Ki Taza Khbar) को तो जरूर फायदा हुआ है मगर कांग्रेस लगातार कमजोर होती जा रही है। इस गुट का यह भी मानना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव और पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी सीटों के बंटवारे में राजद की ओर से कांग्रेस के साथ सौतेला बर्ताव किया गया।
इस गुट का यह भी कहना है कि कांग्रेस बिहार (Bihar congress) में तभी मजबूत होगी जब वह राजद (RJD) के साए से बाहर निकलेगी। राजद के बड़ा दल होने के कारण उसके साथ मिलकर कांग्रेस की सियासी जमीन लगातार कमजोर होती जा रही है। इसलिए कांग्रेस को देर सबेर राजद से अलग होने का फैसला करना ही पड़ेगा।
तेजस्वी यादव ने लगा रखा है पूरा जोर
बिहार के दोनों विधानसभा सीटों पर चुनाव जीतने के लिए राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav Today News) ने पूरा जोर लगा रखा है। वे इन दोनों सीटों पर जीत हासिल करने के लिए जोरदार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। दोनों चुनाव क्षेत्रों पर में अपनी चुनावी सभाओं के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) पर ही ज्यादा हमले किए हैं। कांग्रेस (Congress News) के खिलाफ कोई भी बात कहने से वे अभी तक बचते रहे हैं।
राजद नेताओं (RJD Neta) की ओर से दोनों सीटों पर जीत का दावा किया जा रहा है। पिछले दिनों पटना के दौरे पर आई पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी राजद प्रत्याशियों की जीत का दावा किया था। इन दोनों सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव होना है और उपचुनाव के नतीजों के बाद अब सबकी नजर राजद और कांग्रेस (Congress) के रिश्तों पर टिकी है।