Bihar Politics: नीतीश को शिखंडी बताने वाले राजद नेता सुधाकर सिंह को नोटिस, कड़ी कार्रवाई की तैयारी

Bihar Politics: जारी नोटिस में सुधाकर सिंह को स्पष्टीकरण देने के लिए 15 दिन का वक्त दिया गया है। स्पष्टीकरण न देने पर सुधाकर सिंह को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2023-01-18 10:11 IST

Sudhakar Singh Nitish Kumar (photo: social media )

Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार बयानबाजी करने वाले पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। राष्ट्रीय जनता दल के प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी की ओर से जारी नोटिस में सुधाकर सिंह को स्पष्टीकरण देने के लिए 15 दिन का वक्त दिया गया है। स्पष्टीकरण न देने पर सुधाकर सिंह को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

सुधाकर सिंह बिहार प्रदेश राजद के अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं और वह लंबे समय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करने में जुटे हुए हैं। पिछले दिनों उन्होंने नीतीश कुमार की तुलना शिखंडी से कर दी थी। उनके इस बयान पर बिहार की सियासत गरमा गई थी।

गठबंधन धर्म तोड़ने का आरोप

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार बयान देने के बावजूद सुधाकर सिंह पर कार्रवाई न किए जाने पर सवाल उठाए जा रहे थे। जदयू नेताओं की ओर से सुधाकर सिंह के बयान पर लगातार आपत्ति जताई जा रही थी। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पिछले दिनों खरमास के बाद राजद की ओर से सुधाकर सिंह के खिलाफ कदम उठाए जाने की बात कही थी। कुशवाहा का यह बयान सही साबित हुआ है और खरमास के बाद अब राजद ने सुधाकर सिंह के खिलाफ एक्शन लिया है।

राजद की ओर से जारी नोटिस में सुधाकर सिंह पर गठबंधन धर्म का पालन न करने का आरोप लगाया गया है। नोटिस में कहा गया है कि सुधाकर सिंह को इस तरह की बयानबाजी करने का हक नहीं है। शीर्ष नेतृत्व पर टिप्पणी करने का अधिकार सिर्फ राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव और राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पास है। नोटिस में सुधाकर सिंह के बयान से राजद को धक्का पहुंचने की बात भी कही गई है। नोटिस में कहा गया है कि यदि सुधाकर सिंह 15 दिनों में उचित स्पष्टीकरण देने में समर्थ नहीं हुए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

देना पड़ा था नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा

सुधाकर सिंह पहले नीतीश कैबिनेट में शामिल थे और उन्हें कृषि मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। मंत्री के रूप में भी उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों को लेकर कई सवाल खड़े किए थे। नीतीश विरोधी बयानों के कारण ही उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था मगर इसके बावजूद उन्होंने नीतीश के खिलाफ बयानबाजी नहीं रोकी।

नीतीश कुमार को शिखंडी बताकर उन्होंने बिहार की सियासत में तहलका मचा दिया था। उनके इस बयान पर जदयू नेताओं की ओर से तीखी आपत्ति जताई गई थी। राजद नेतृत्व की ओर से सुधाकर के खिलाफ कोई कार्रवाई न किए जाने पर भी सवाल उठाए जा रहे थे। अब पार्टी नेतृत्व की ओर से उनके खिलाफ एक्शन की शुरुआत की गई है।

जदयू ने जताई थी तीखी आपत्ति

राजद विधायक सुधाकर के बयानों के बाद जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की थी। बाद में कुशवाहा ने खरमास बाद राजद की ओर से सुधाकर के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का संकेत दिया था। इससे माना जा रहा है कि जदयू नेतृत्व की ओर से इस बाबत राजद से बातचीत की गई थी।

जदयू की आपत्तियों को देखते हुए सुधाकर के खिलाफ पार्टी से बाहर किए जाने का बड़ा कदम भी उठाया जा सकता है। वैसे सियासी जानकारों का मानना है कि सुधाकर के रवैए में बदलाव की संभावना नहीं है क्योंकि जदयू की आपत्तियों के बावजूद उन्होंने नीतीश के खिलाफ बयानबाजी बंद नहीं की थी।

Tags:    

Similar News