जदयू के बाद अब तेजस्वी भी नीतीश कुमार के समर्थन में उतरे, बताया पीएम पद का बड़ा दावेदार
Bihar News: नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का बड़ा दावेदार बताया है। तेजस्वी ने कहा नीतीश कुमार के नाम पर विचार किया जाता है तो निश्चित रूप से बड़े पद के लिए दावेदार होंगे।
Bihar News: बिहार में हुए बड़े सियासी बदलाव के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम भी 2024 की सियासी जंग के लिए विपक्ष के मजबूत चेहरे के रूप में उभर रहा है। जदयू नेताओं की ओर से पहले ही नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बताया जाता रहा है और अब बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी विपक्ष के चेहरे के रूप में नीतीश कुमार की जोरदार वकालत की है।
उन्होंने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का बड़ा दावेदार बताया है। उन्होंने कहा कि यदि विपक्षी दलों की ओर से नीतीश कुमार के नाम पर विचार किया जाता है तो वे निश्चित रूप से देश के इस बड़े पद के लिए मजबूत दावेदार होंगे।
नीतीश कुमार को सहयोगियों का पूरा समर्थन
बिहार में जदयू के राजद से हाथ मिलाने के बाद एक मजबूत सियासी समीकरण बनकर उभरा है और इस बार तेजस्वी जदयू के साथ बेहतर सामंजस्य बैठाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं को विवादों से दूर रहने की नसीहत भी दी है। इसके साथ ही वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाने पर भी जोर दे रहे हैं।
अब उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का मजबूत दावेदार भी बताया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने पिछले 50 वर्षों के दौरान सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाई है। वे लोकनायक जयप्रकाश नारायण के सिपाही रहे हैं और उन्होंने आरक्षण आंदोलनों में भी हिस्सा लिया।
तेजस्वी ने नीतीश कुमार के लंबे संसदीय और प्रशासनिक अनुभव का भी जिक्र किया। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार के पास 37 साल से अधिक का संसदीय और प्रशासनिक अनुभव है। वे जमीनी स्तर पर काम करने वाले व्यक्ति रहे हैं और उन्हें अपने सहयोगियों का पूरा समर्थन हासिल है। ऐसे में उन्हें निश्चित रूप से प्रधानमंत्री पद का मजबूत दावेदार माना जा सकता है।
बिहार का बदलाव विपक्ष के लिए बड़ा संदेश
तेजस्वी ने बिहार में हुए बड़े सियासी बदलाव की चर्चा करते हुए कहा कि जदयू, राजद और वाम दलों का एकजुट होना भविष्य के लिए बड़ा संकेत है। राजद नेता ने कहा कि बिहार में हुआ सियासी बदलाव विपक्षी दलों की एकजुटता का बड़ा सियासी संदेश है। राष्ट्रीय राजनीति पर भी इसका असर पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। तेजस्वी ने कहा कि क्षेत्रीय दलों को भी छोटे-मोटे नफा नुकसान किशोर को पीछे छोड़ते हुए लोकतंत्र को बचाने के लिए मजबूती से लड़ाई लड़नी होगी।
तेजस्वी के इस बयान से साफ हो गया है कि नीतीश कुमार का नाम भी पूरी मजबूती के साथ विपक्ष के चेहरे के रूप में उभर रहा है। हालांकि नीतीश कुमार खुद हमेशा पीएम दावेदारी से जुड़े सवालों को टालते रहे हैं मगर अब जदयू और सहयोगी दलों की ओर से उनका नाम मजबूती से उछाला जा रहा है।
उलझती जा रही है विपक्ष के चेहरे की गुत्थी
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पहले से ही नीतीश को पीएम पद का मजबूत दावेदार बताते रहे हैं। नीतीश के आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भी जदयू नेताओं ने उन्हें पीएम पद के लिए विपक्ष का सबसे मजबूत चेहरा बताया था। हालांकि पीएम पद के लिए विपक्ष के चेहरे की गुत्थी लगातार उलझती जा रही है।
आम आदमी पार्टी ने हाल में 2024 की जंग में पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मजबूत चेहरा बताया था। आप नेताओं ने दावा किया था कि अब असली जंग मोदी बनाम केजरीवाल होगी। केजरीवाल के अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम पहले से ही चर्चाओं में है। ऐसे में 2024 के लिए विपक्ष का चेहरा तय करना टेढ़ी खीर साबित होता दिख रहा है।