RJD President: तेजस्वी को राजद की कमान सौंपने की तैयारी में लालू, दिल्ली में मंथन, जल्द बड़ा फैसला
Tejashwi Yadav RJD President: लालू परिवार के करीबी सूत्रों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि लालू जल्द से जल्द तेजस्वी को पार्टी की कमान सौंपने की कोशिश में जुटे हुए हैं।;
लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)
Tejashwi Yadav RJD President : राजद के मुखिया लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) इन दिनों अपने बेटे तेजस्वी यादव को पार्टी की कमान सौंपने की तैयारी में जुटे हुए हैं। लंबे समय से बीमार चल रहे लालू इन दिनों दिल्ली में स्वास्थ्य लाभ ले रहें हैं मगर भीतर ही भीतर वे पार्टी की कमान अपने बेटे को सौंपने की कोशिशों को अंजाम भी दे रहे हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और लालू के भरोसेमंद माने जाने वाले जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) की दिल्ली यात्रा को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। दिल्ली पहुंचने के बाद जगदानंद सिंह (Lalu Meeta Jagdanand Singh In Delhi) ने इस बाबत लालू से लंबी चर्चा की है।
इसी बीच तेजस्वी यादव को भी सोमवार को अचानक दिल्ली तलब कर लिया गया। महंगाई के खिलाफ राजद की ओर से सोमवार को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन का आयोजन किया गया था और तेजस्वी यादव भी इसमें हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे मगर लालू का बुलावा आने के बाद वे अपना कार्यक्रम आनन-फानन में खत्म करके दिल्ली रवाना हो गए। माना जा रहा है कि नेतृत्व परिवर्तन की कवायद के सिलसिले में ही तेजस्वी को दिल्ली तलब किया गया है।
मुलायम की तरह राजद के संरक्षक बनेंगे लालू
लालू परिवार के करीबी सूत्रों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि लालू जल्द से जल्द तेजस्वी को पार्टी की कमान सौंपने की कोशिश में जुटे हुए हैं। हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि इस मामले में लालू चरणबद्ध तरीके से कदम उठाना चाहते हैं। इसके तहत पहले तेजस्वी को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की तैयारी है मगर कुछ समय बाद उन्हें पार्टी का पूरी तरह संचालन उनके ही हाथों में सौंप दिया जाएगा।
जानकारों के मुताबिक जिस तरह उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी के सिर्फ संरक्षक बने हुए हैं, उसी तरह लालू यादव आने वाले दिनों में राजद के संरक्षक की भूमिका निभाते हुए दिखेंगे। उत्तर प्रदेश में भी मुलायम ने समाजवादी पार्टी की कमान पूरी तरह अपने बेटे अखिलेश यादव के हाथों में सौंप दी है और अब लालू यादव भी उसी रास्ते पर आगे बढ़ते दिख रहे हैं।
जगदानंद सिंह ने की लालू से चर्चा
राजद के प्रदेश अध्यक्ष व जगदानंद सिंह को लालू का काफी करीबी माना जाता है और जगदानंद सिंह ने इस बाबत लालू से चर्चा की है। दोनों नेताओं की बातचीत के बाद ही तेजस्वी यादव को दिल्ली बुलाया गया है। माना जा रहा है कि तेजस्वी की यात्रा के दौरान उन्हें राजद की कमान सौंपने के मुद्दे पर चर्चा होगी।
बिहार के सियासी हलकों में यह भी चर्चा है कि राजद में बड़े पैमाने पर फेरबदल भी किया जा सकता है। इस मुद्दे पर भी लालू ने जगदानंद सिंह और तेजस्वी यादव से चर्चा की है। आने वाले दिनों में प्रदेश संगठन में बड़े बदलाव दिख सकते हैं।
2015 के चुनाव में उतारा था सियासी अखाड़े में
2015 में हुए विधानसभा चुनाव में लालू ने अपने दोनों बेटों तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव को सियासी अखाड़े में उतारा था। 2015 के चुनाव में लालू ने नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से गठबंधन किया था और चुनाव में यह गठबंधन बहुमत पाने में कामयाब रहा था। चुनावी नतीजों के बाद तेजस्वी यादव को राज्य में डिप्टी सीएम बनाया गया था जबकि तेज प्रताप यादव प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बने थे।
बाद में नीतीश कुमार ने गठबंधन तोड़ते हुए भाजपा से हाथ मिला लिया था और अपनी सरकार भी बचा ली थी। बाद में नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया था कि राजद की ओर से पड़ रहे अनावश्यक दबाव के कारण वे यह गठबंधन तोड़ने पर मजबूर हुए। गठबंधन टूटने के बाद से ही तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के खिलाफ हमलावर रुख अपना रखा है।
तेजस्वी की नेतृत्व क्षमता से लालू खुश
बिहार में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने राजद की अगुवाई की थी। उन्होंने राज्य के विभिन्न इलाकों में जोरदार प्रचार करते हुए राजद को काफी मजबूत स्थिति में ला दिया था। पिछले विधानसभा चुनाव में राजद सबसे ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब रही। राजद को 75 सीटों पर जीत हासिल हुई थी जबकि भाजपा ने 74 सीटों पर विजय प्राप्त की थी।
हालांकि मामूली बहुमत बहुमत के कारण नीतीश कुमार सरकार बनाने में कामयाब हो गए मगर तेजस्वी की अगुवाई में राजद के प्रदर्शन से लालू काफी खुश हुए थे। यही कारण है कि अब वे तेजस्वी को पार्टी की पूरी तरह कमान सौंप देना चाहते हैं। लालू की ढलती उम्र और बीमारी को भी इसका बड़ा कारण बताया जा रहा है।
जगदानंद सिंह कर रहे वकालत
वैसे राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का कहना है कि उनकी नेतृत्व के संबंध में लालू से कोई बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि वे अपनी पार्टी के बीमार मुखिया का हाल-चाल लेने के लिए दिल्ली आए हैं। दूसरी ओर जानकार सूत्रों का कहना है कि जगदानंद सिंह खुद ही तेजस्वी को कमान सौंपने की वकालत कर रहे हैं और वे इसी सिलसिले में चर्चा करने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। तेजस्वी को नेता प्रतिपक्ष बनाने बनवाने में भी उनकी बड़ी भूमिका बताई जाती है। उन्हें लालू और तेजस्वी दोनों का करीबी माना जाता है और अब वे तेजस्वी को पूरी तरह पार्टी की कमान सौंपने की वकालत करने में जुटे हुए हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही इस सिलसिले में लालू यादव बड़ा कदम उठा सकते हैं।