Bihar news: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सासाराम में सोन नदी पर बनने जा रहे पुल का किया शिलान्यास

Bihar News: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार के सासाराम में सोन नदी पर बनने जा रहे पुल का शिलान्यास किया।

Newstrack :  Network
Update: 2022-11-14 11:48 GMT

पुल के शिलान्यास कार्यक्रम में मौजूद लोग। 

Bihar News: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार के सासाराम में सोन नदी पर बनने जा रहे पुल का शिलान्यास किया। इसके बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बक्सर ले लिए रवाना हो गये। वहां वे बक्सर-कोइलवर के बीच दोNH का उद्घाटन करेंगे।

सोन नदी पर बनने वाले पुल के शिलान्यास से लोगों में खुशी का माहौल

बता दें कि ये वहीं हाईवे हैं, जिसके लिए वामदल के नेताओं द्वारा आंदोलन किया गया था। इस हाईवे के निर्माण के लिए कोईलवर स्थित हाई स्कूल को 4 साल पहले तोड़ दिया गया था। 4 साल बाद हाईवे का शुभारंभ तो होने वाला है, लेकिन अब तक सरकारी स्कूल का नया भवन नहीं बन पाया। इधर, सासाराम में सोन नदी पर बनने वाले पुल के शिलान्यास से इलाके के लोगों में खुशी का माहौल है। इस कार्यक्रम में राज्य के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, सासाराम सांसद छेदी पासवान समेत कई नेता मौजूद थे।

इस पुल से 70 लाख से अधिक की आबादी को मिलेगा सीधा लाभ

बता दें कि सासाराम के सोनपुल पर आवागमन चालू होते ही बिहार और झारखण्ड की दूरी महज कुछ किमी ही रह जाएगी। इतना ही नहीं पुल चालू होने के बाद छत्तीसगढ़ और झारखंड के लाखों वनवासी अपने सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ रोहतासगढ़ से सीधे जुड़ेंगे। जहां पहुंचने के लिए उन्हें तीन सौ किलोमीटर अतिरिक्त दूरी का प्लान बनाना होता था। जो 12 घंटा से ज्यादा का समय लेता था। इस पुल के बनने से बिहार-झारखंड और छत्तीसगढ़ के 70 लाख से अधिक की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा।

इन जगहों से जोड़ेगा ये पुल

रोहतास जिला अंतर्गत प्रस्तावित पुल राज्य के पंडुका से अकबरपुर एनएच 119 तक जाएगा तथा दूसरा झारखंड राज्य के गढ़वा जिला के श्रीनगर कांडी होते हुए नगर उंटारी एनएच 39से जुड़ जाएगा। इससे बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ व उत्तर प्रदेश के बीच भारी वाहनों का परिचालन सुगम हो जाएगा। पुल निर्माण होने के बाद नौहट्टा के पंडुका से दो.तीन किमी की दूरी तय कर गढ़वा जिले का श्रीनगर पहुंच जाएंगे। जबकि गढ़वा मुख्यालय की दूरी 40 किलोमीटर होगी। फिलहाल झारखंड के गढ़वा जाने के लिए डेहरी से औरंगाबाद हरिहरगंज के रास्ते या फिर इंद्रपुरी बाराज के रास्ते 150 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है।

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