भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था, अमेरिका चीन को छोड़ा पीछे, IMF का 6.1% GDP ग्रोथ अनुमान
IMF Predicts Indian Economy: आईएमएफ की माने तो 2023 में अमेरिका की जीडीपी वृद्धि दर 1.8 प्रतिशत, यूरो क्षेत्र की 0.9 प्रतिशत, जापान की 1.4 प्रतिशत, चीन की 5.2 प्रतिशत, रूस की 1.5 प्रतिशत, ब्राजील की 2.1 प्रतिशत और ब्रिटेन की 0.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
IMF Predicts Indian Economy: भारत वर्तमान में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। कोरोनाकाल के बाद देश ने तेजी से रिकवरी किया। यही कारण है कि आज भारत की वृद्धि दर चीन, अमेरिका, रूस और जापान जैसी तमाम बड़ी अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ दिया। इस बात को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने खुद कहा है। आईएमएफ के अनुसार 2023-24 में भारत का जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़कर 6.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इससे पहले आईएमएफ ने अप्रैल में वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5.9 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था। जबकि 2024-25 में आईएमएफ द्वारा जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान 6.3 प्रतिशत है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक के नए एडिशन में आईएमएफ ने बताया कि 2022 के अक्टूबर-दिसंबर (चौथी तिमाही) में भारत की ग्रोथ उम्मीद से अधिक बेहतर रहने की उम्मीद है। इसकी वजह से घरेलू निवेश में वृद्धि हुई है। पूर्व में किए गए अनुमान में .2 प्रतिशत का संशोधन किया गया है। अब 2023 में वृद्धिदर 6.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
RBI, ADB से कम अनुमान
आईएमएफ का अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के ग्रोथ अनुमान से कम है। RBI ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। जबकि एडीबी ने वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का आर्थिक वृद्धि दर 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
दुनिया में सबसे तेज भारत
आईएमएफ के अनुसार 2023 में ग्लोबल इकोनॉमी 3 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। जो कि अप्रैल के अनुमान से 0.2 फिसदी अधिक है। लेकिन 2022 में दुनिया की आर्थिक वृद्धि दर पर नजर डालें तो 3.5 प्रतिशत थी। आईएमएफ की माने तो 2023 में अमेरिका की जीडीपी वृद्धि दर 1.8 प्रतिशत, यूरो क्षेत्र की 0.9 प्रतिशत, जापान की 1.4 प्रतिशत, चीन की 5.2 प्रतिशत, रूस की 1.5 प्रतिशत, ब्राजील की 2.1 प्रतिशत और ब्रिटेन की 0.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
महंगाई पर चिंता
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने दुनियां में तेजी से बढ़ रही महंगाई पर चिंता व्यक्त की है। वर्ष 2023 में ग्लोबल लेवल पर महंगाई दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान है। आईएमएफ ने अल-नीनो के असर और केंद्रीय बैंकों द्वारा लगातार बढ़ाए जा रहे ब्याज दरों को लेकर चिंता व्यक्त की है। लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में इस बार मंहगाई राहत भरा है। पिछले साल महंगाई दर 8.7 प्रतिशत थी.