New Billionaires Of India: भारत के नए अरबपति बने वर्मा दंपति, मैपिंग कंपनी ने झंडे गाड़े

New Billionaires Of India: 71 वर्ष के राकेश वर्मा और उनकी 65 वर्षीय पत्नी रश्मि का नाम अब भारत के अरबपतियों में शामिल हो गया है। वर्मा दंपति ने ये कमाल अपनी कम्पनी मैप माई इंडिया के बलबूते कर दिखाया है। मैप माई इंडिया के आईपीओ ने स्टॉक मार्केट में धमाकेदार शुरुआत की है जिसकी बदौलत वर्मा दंपति की संपत्ति 44 अरब रुपये को पार कर गई है।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Deepak Kumar
Update:2021-12-22 21:02 IST

New Billionaires Of India: 71 वर्ष के राकेश वर्मा और उनकी 65 वर्षीय पत्नी रश्मि का नाम अब भारत के अरबपतियों में शामिल हो गया है। वर्मा दंपति ने ये कमाल अपनी कम्पनी मैप माई इंडिया (map my india) के बलबूते कर दिखाया है।

मैप माई इंडिया (map my india) के आईपीओ ने स्टॉक मार्केट (stock market) में धमाकेदार शुरुआत की है जिसकी बदौलत वर्मा दंपति की संपत्ति 44 अरब रुपये को पार कर गई है। मैप माई इंडिया कंपनी (Map My India Company) का शेयर स्टॉक मार्केट में 35 प्रतिशत बढ़कर 1393.65 रुपये पर बंद हुआ था। आईपीओ (IPO) के बाद कंपनी का 54 प्रतिशत मालिकाना हक राकेश और रश्मि वर्मा के पास है।

ये कंपनी भारत के डिजिटल नक्शे और भौगोलिक डेटा बेचती है और इसके गर्षकों में एप्पल और अमेजन शामिल हैं। मैप माई इंडिया (Map My India Company) की पेरेंट कंपनी का नाम है सीई इन्फोसिस्टम्स लिमिटेड (CE Infosystems Limited) जिसने इसी महीने की शुरुआत में अपना आईपीओ लॉन्च किया था जिसे 150 गुना ज्यादा बुकिंग मिली थी।

90 के दशक में की थी शुरुआत

राकेश और रश्मि वर्मा ने 1990 के दशक में अपनी कंपनी की शुरुआत की थी जब गूगल का नामोनिशान नहीं था और इंटरनेट तक आम जनता की पहुंच नहीं थी। राकेश और रश्मि 1970 के दशक में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने भारत से अमेरिका चले गए थे। वहां पढ़ाई पूरी करने के बाद दोनों ने बड़ी कंपनियों में काम किया। राकेश वर्मा (Rakesh Verma) जनरल मोटर्स में बड़े अधिकारी रहे जबकि रश्मि ने आईबीएम में कंप्यूटर डेटाबेस बनाए और फिर भारत लौटकर उन्होंने अपना काम शुरू किया। उनको एहसास था कि भविष्य में क्या क्या चीजें आने वाली हैं।

मैपिंग का काम शुरू में हाथ से ही करना होता था। धीरे-धीरे तकनीकी विकास हुआ तो उनका काम भी बढ़ा। सालभर के भीतर ही उन्हें कोका-कोला ने अपने डिस्ट्रीब्यूटर्स को मैप करने का काम दिया। फिर मोटोरोला, इरिकसन, एबी और क्वॉलकम जैसे नाम जुड़ते गए। 2004 में उन्होंने भारत का पहला इंटरेक्टिव मैप प्लैटफॉर्म शुरू किया था। इंटरैक्टिव मायने कि मैप पर क्लिक करते ही जानकारी मिल जाएगी।

पिछले साल मैप माई इंडिया (map my india) ने लगभग 2 अरब रुपये की कमाई की थी। राकेश और रश्मि की कहानी स्टार्टअप्स और नए आईडिया पर भरोसा करने की कहानी है। अब उनकी कंपनी भारत से आगे बढ़ कर अंतरराष्ट्रीय फलक पर छाने को तैयार है।

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