श्मशान में जगह नहीं, मौतों का आंकड़ा इतना ज्यादा, कोरोना से हालत खराब

दुर्ग में कोविड-19 की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है। अब यहां पर श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए भी जगह कम पड़ रही है।

Update: 2021-04-03 07:27 GMT

श्मशान में जगह नहीं, मौतों का आंकड़ा इतना ज्यादा, कोरोना से हालत खराब (सांकेतिक फोटो- सोशल मीडिया)

दुर्ग: देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर की दस्तक होने के साथ ही एक बार फिर से संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। इस बीच छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग जिले में भी कोविड-19 (Covid-19) की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है। हालात ये हो गया है कि यहां पर श्मशान घाट में शवों के अंतिम संस्कार के लिए भी जगह कम पड़ रही है।

दुर्ग में बेकाबू हो रहा कोरोना

यहां कोरोना वायरस के चलते गंभीर हालात हो गए हैं। हालांकि प्रशासन की ओर से कोरोना पर काबू पाने के लिए हर संभव कोशिश करने का दावा किया जा रहा है। लेकिन महामारी की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है। अभी बीते शुक्रवार को सुबह दुर्ग जिला अस्पताल की मरच्यूरी से डराने वाली तस्वीरें सामने आईं। दरअसल, यहां पर कोरोना संदिग्ध 22 मरीजों के शव एक छोटे से कमरे में रखे हुए थे।

(फोटो- न्यूजट्रैक)

लोगों को सतर्क रहने की जरूरत

जानकारी के मुताबिक, जिला अस्पताल में अब ऐसी स्थिति आ गई है कि शव रखने की जगह तक नहीं बची है। जिस वजह से प्रशासन ने अब शवों को इधर-उधर जलाना शुरू कर दिया है। वहीं, दुर्ग कलेक्टर सर्वेश्वर भुरे ने कहा कि प्रशासन की ओर से स्थिति पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। इस वक्त थोड़ी सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है।

 दुर्ग में संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान

आपको बता दें कि पर दुर्ग के श्मशान घाट में शवों के अंतिम संस्कार के लिए भी जगह कम पड़ने के बाद प्रशासन ने अब 2 अन्य जगहों का चयन भी किया है। जहां पर शवों का अंतिम संस्कार होगा। वहीं, बढ़ते कोरोना वायरस मामलों को देखते हुए प्रशासन ने अब दुर्ग में 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है। इसके तहत सीमाएं भी सील की जा रही हैं।

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