Jammu and Kashmir में 2014 के बाद स्थिति में हुआ सुधार, गृहमंत्री Amit Shah का दावा
Amit Shah in Jammu: अमित शाह ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद से जम्मू कश्मीर के स्थिति में सुधार हुआ है।
Amit Shah in Jammu: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) इन दिनों जम्मू कश्मीर (Jammu kashmir) के दौरे पर हैं। शाह ने आज जम्मू के एमए स्टेडियम में सेंट्रल रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के स्थापना दिवस कार्यक्रम (CRPF 83rd Raising Day Parade) में शिरकत की। केंद्रीय गृहमंत्री ने इस मौके पर सीआरपीएफ के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने (सीआरपीएफ) कानून व्यवस्था बनाए रखने और आतंक के खिलाफ संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस मौके पर शाह ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के आने के बाद से जम्मू कश्मीर के स्थिति में सुधार हुआ है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देश में कानून व्यवस्था की चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने औऱ आतंक के खिलाफ लड़ाई में सीआरपीएफ के योगदान की जमकर सराहना की । उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों हों या पूर्वोतर हों या पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से जुझता कश्मीर हों, सीआरपीएफ ने हर जगह देश की सुरक्षा के लिए लड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शाह ने जम्मू कश्मीर में होने जा रहे आगामी विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में भी सीआरपीएफ की भूमिका बेहद अहम होने जा रही है।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ये बेहद गर्व की बात है कि ऐतिहासिक शहर जम्मू में सीआऱपीएफ स्थापना दिवस समारोह का आयोजन होने जा रहा है। मैं सबसे पहले माता वैष्वो देवी को को प्रणाम करना चाहता हूं। इसके बाद उन्होंने कहा कि जम्मू वो जगह है जहां डॉ प्रेमनाथ डोगरा औऱ डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने एक राष्ट्र, एक ध्वज और एक संविधान के लिए आंदोलन शुरू किया। हमें खुशी है कि हम डा मुखर्जी के सपनों को पूरा कर सकें।
पीएम मोदी के आने के बाद स्थिति में हुआ सुधार
केंद्रीय गृहमंत्री और प्रधानमंत्री मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले अमित शाह ने इस दौरान एक बड़ा दावा कर दिया। उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की बागडोर संभालने के बाद जम्मू कश्मीर की स्थिति में सुधार हुआ है। जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ी उपलब्धि वह अपार सफलता है जो हमारे बलों ने राज्य में आतंकवाद को नियंत्रित करने में हासिल की है।
बता दें कि देश में ऐसा पहली बार हुआ है जब सीआरपीएफ का स्थापना दिवस समारोह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से बाहर हुआ है।