ठंड से कांपेगा पूरा देश: अलर्ट हुआ जारी, इस बार भयानक ठंड के लिए हो जाएं तैयार

Bharat Mein Thand: दिवाली के बाद से ही मौसम काफी बदल गया है, लोगों को सुबह और रात में ठंड का एहसास हो रहा है। लेकिन अभी यह सिलसिला यहीं रुकने वाला नहीं है, बल्कि आने वाले समय में आपको और भी ज्यादा ठंड सहने के लिए तैयार रहना होगा।

Newstrack :  Network
Published By :  Shreya
Update: 2021-11-19 07:04 GMT

ठंड में हाथ तापते हुए लोग (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Bharat Mein Thand: उत्तर भारत समेत देश के अन्य हिस्सों में न्यूनतम तापमान गिरता जा रहा है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों में अभी से ठंड (Thand) काफी बढ़ गई है, जबकि पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी (Barfbari) ने मुसीबत और बढ़ा दी है। दिवाली (Diwali 2021) के बाद से ही मौसम काफी बदल गया है, लोगों को सुबह और रात में ठंड का एहसास हो रहा है। लेकिन अभी यह सिलसिला यहीं रुकने वाला नहीं है, बल्कि आने वाले समय में आपको और भी ज्यादा ठंड सहने के लिए तैयार रहना होगा। 

जी हां, आने वाले समय में उत्तर भारत समेत अन्य हिस्सों में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ेगी। ऐसा हम नहीं बल्कि मौसम वैज्ञानिक कह रहे हैं। मौसम विज्ञानियों की मानें तो इस बार उत्तर पूर्व एशिया में कड़ाके की ठंड से लोगों का सामना हो सकता है। नवंबर के तीसरे हफ्ते से ही इसका असर देखने को मिल सकता है।

वहीं, भारत के लिए बताया गया है कि देश में जनवरी और फरवरी में कुछ उत्तरी इलाकों में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे गिर सकता है। ऐसा कहा जा रहा है कि मौसम की इस स्थिति के लिए ला नीना (La Nina) जिम्मेदार है। प्रशांत क्षेत्र में ला नीना उभर रहा है, इस स्थिति को देखते हुए चेतावनी जारी की गई है। 

 प्रशांत महासागर (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

क्या होता है ला नीना (La Nina Kya Hai)? 

स्पैनिश भाषा में ला नीना का अर्थ (La Nina Meaning) छोटी बच्ची होता है। यह यह प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) में घटित होने वाले एक जटिल प्रक्रिया एल नीनो साउदर्न ऑसिलेशन (ENSO) चक्र का हिस्सा होता है। इसका दुनियाभर के मौसम पर असर पड़ता है। प्रशांत महासागर की समुद्री सतह का तापमान जब सामान्य से नीचे होता है तो इस स्थिति को ला नीना (La Nina) कहा जाता है। ला नीना मौसम पैटर्न की वजह से भारत में भीषण ठंड और बारिश की संभावना बढ़ जाती है। 

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