वरुण गांधी की संजय राउत के साथ लंबी बातचीत, सियासी अटकलों का बाजार गरम

Varun Gandhi meets Sanjay Raut: वरुण गांधी की संजय राउत ने बातचीत का कोई ब्योरा सार्वजनिक नहीं किया है मगर इस मुलाकात के बाद कयासों का दौर तेज हो गया है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Monika
Update: 2022-03-30 08:44 GMT

वरुण गांधी की संजय राउत के साथ लंबी बातचीत (photo : social media )

Varun Gandhi meets Sanjay Raut: भाजपा में बागी तेवर दिखाने वाले सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) की शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut)से हुई मुलाकात सियासी हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। राज्यसभा सांसद और शिवसेना नेता संजय राउत के घर पर मंगलवार को हुई इस मुलाकात के बाद तरह-तरह की सियासी अटकले लगाई जा रहे हैं। दोनों नेताओं की यह मुलाकात राउत के दिल्ली स्थित आवास पर हुई और इस दौरान दोनों के बीच करीब तीन घंटे तक बातचीत हुई।

हालांकि दोनों नेताओं ने बातचीत का कोई ब्योरा सार्वजनिक नहीं किया है मगर इस मुलाकात के बाद कयासों का दौर तेज हो गया है। वरुण गांधी के तेवर को देखते हुए आने वाले समय में उनका भाजपा से जुदा होना तय माना जा रहा है। यही कारण है कि इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।

राउत के घर डिनर पर हुई मुलाकात

दरअसल शिवसेना नेता राउत संसद के सत्र में हिस्सा लेने के लिए इन दिनों दिल्ली में ही मौजूद हैं और उन्होंने वरुण गांधी को मंगलवार को अपने दिल्ली स्थित आवास पर डिनर के लिए आमंत्रित किया था। जायकेदार भोजन के साथ दोनों नेताओं के बीच तीन घंटे तक बातचीत चली। वरुण गांधी इन दिनों पार्टी लाइन से अलग चलते हुए तरह-तरह की टिप्पणियां करते रहते हैं और ऐसे में शिवसेना नेता के साथ उनकी मुलाकात के बाद सियासी हलकों में चर्चाओं का बाजार गरम हो गया है। अभी तक दोनों नेताओं के बीच बातचीत के मुद्दे का पता नहीं चल सका है मगर माना जा रहा है कि यह बातचीत वरुण के सियासी भविष्य को लेकर हुई है।

पवार को यूपीए अध्यक्ष बनाने की मांग

वरुण गांधी से मुलाकात के बाद संजय राउत ने एक बार फिर विपक्षी दलों की एकजुटता पर जोर दिया है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनकी किस मुद्दे पर वरुण से चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि 2024 की सियासी जंग के लिए विपक्ष को मजबूती से खड़ा करना जरूरी है और इसके लिए एनसीपी मुखिया शरद पवार को यूपीए का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। शरद पवार विपक्षी दलों को एकजुट करके भाजपा को चुनौती देने की जमीन तैयार कर सकते हैं।

राउत के अलावा एनसीपी की यूथ विंग ने भी पवार को यूपीए अध्यक्ष बनाने की मांग की है। एनसीपी की युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरज शर्मा ने कहा कि हमने इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि शरद पवार को क्षेत्रीय दलों का नेतृत्व करना चाहिए और कांग्रेस को उनके लिए जगह छोड़नी होगी। पवार का लंबा राजनीतिक अनुभव रहा है और वे विपक्षी दलों को एकजुट करने में पूरी तरह सक्षम है।

मुलाकात के निकाले जा रहे सियासी मायने

पवार को यूपीए का अध्यक्ष बनाने की तेज होती मांग और वरुण गांधी की राउत से मुलाकात को 2024 के लोकसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। वरुण गांधी के हाल के बयानों से साफ हो गया है कि वे अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा से अलग राह पर चलेंगे। पांच राज्यों में हाल में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान वरुण गांधी को कोई भी जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई थी।

वरुण गांधी अपने ट्वीट के माध्यम से समय-समय पर भाजपा नेतृत्व को घेरते रहे हैं। किसान आंदोलन के दौरान भी उन्होंने किसानों के समर्थन और केंद्र सरकार के खिलाफ कई ट्वीट किए थे। उनका कहना था कि किसानों की जायज मांग को पूरा किया जाना जरूरी है। वे युवाओं की बढ़ती बेरोजगारी को लेकर भी सरकार को घेरते रहे हैं। यही कारण है कि राउत से उनकी मुलाकात के बाद सियासी अटकलों का दौर शुरू हो गया है।

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