Chandra Grahan 2021: चंद्रग्रहण का आपदाओं से कनेक्शन, जल्द आ सकता है भूकंप

Chandra Grahan 2021: चंद्र ग्रहण से प्राकृतिक आपदाओं का नाता है। लंबे समय से ये माना जाता रहा है कि चंद्र ग्रहण से पहले और उसके बाद धरती पर प्राकृतिक आपदा आती है।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Published By :  Shivani
Update:2021-05-26 10:45 IST

कांसेप्ट इमेज

Chandra Grahan 2021: आज चंद्र ग्रहण पड़ रहा है और ये वैज्ञानिक सत्य है कि चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण बल समुद्री ज्वार को प्रभावित करता है। जिससे समुद्र में उथल पुथल होती है और इससे सुनामी (Tsunami) जैसी स्थिति बन सकती है और भूकंप (Earthquake) के आने का खतरा भी बढ़ जाता है।

चंद्र ग्रहण से प्राकृतिक आपदाओं (Natural Disasters) का नाता है। लंबे समय से ये माना जाता रहा है कि चंद्र ग्रहण (Full Moon) से पहले और उसके बाद धरती पर प्राकृतिक आपदा आती है, खासकर चक्रवाती तूफान, सुनामी और भूकंप का खतरा बढ़ जाता है। इस बार भी चंद्र ग्रहण से लगभग एक सप्ताह पहले अरब सागर से उठे तौकते नामक चक्रवात (
Cyclone Tauktae) 
ने भारी तबाही मचायी। और अब बंगाल की खाड़ी से यास नामक चक्रवात (Cyclone Yaas) आगे बढ़ रहा है। इसके बाद गुलाब नामक चक्रवात के आने का भी खतरा है। माना यह भी जा रहा है कि चंद्र ग्रहण के बाद भूकंप जैसी आपदा खतरनाक और जानलेवा रूप में आ सकती है।

चंद्र ग्रहण से भूकंप का खतरा (Chandra Grahan Earthquake Link) 

बीते दो दशकों में लगे चंद्र ग्रहण और उसके बाद आए भूकंप के आंकड़ों का अध्ययन करें तो इस तरह का खतरा संभव हो सकता है। पहले भी चंद्र ग्रहण से कुछ दिन पहले या बाद में भूकंप के झटके लगते रहे हैं।
अध्ययन के मुताबिक नौ जनवरी 2001 को चंद्र ग्रहण के बाद देश में 26 जनवरी को भूकंप आया था। इसी तरह 16 मई 2003 के चंद्र ग्रहण के पहले 1 मई को पूर्वी तुर्की में भूकंप आया था। इसी साल नौ नवंबर 2003 को दूसरे चंद्रग्रहण के बाद 17 नवंबर को अलास्का में भूकंप आया था।

और आगे चलें तो 28 अक्टूबर 2004 को चंद्रग्रहण के पहले 23 अक्टूबर को जापान में भूकंप आया था। 3 मार्च 2007 के ग्रहण के बाद 6 मार्च को सुमात्रा, 28 अगस्त 2007 के पहले 15 अगस्त को पेरू, 21 फरवरी 2008 के चंद्र ग्रहण के दिन इंडोनेशिया में भूकंप आया था। इस कड़ी में 21 दिसंबर 2010 को लगे चंद्रग्रहण के दिन ही जापान और 31 जनवरी 2018 को चंद्रग्रहण के दिन ही भारत-पाकिस्तान में भूकंप आया था।

साल का पहला चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan Time)

बता दें कि आज साल का पहला पहला चंद्र ग्रहण निकलने वाला है। पंचांग के अनुसार आज दोपहर 02 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगा और इसकी समाप्ति 07 बजकर 19 मिनट पर होगी। आपको बता दें कि साल 2021 का ये चंद्र ग्रहण वैशाख पूर्णिमा के दिन वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लग रहा है। इस चंद्र ग्रहण को ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, पूर्वी एशिया और अमेरिका के कई क्षेत्रों में देखा जा सकेगा। इन जगहों पर पूर्ण चंद्र ग्रहण की तरह दिखेगा। इसी के साथ भारत में यह उपछाया चंद्र ग्रहण की तरह दिखेगा।

क्या है रेड ब्लड मून? (Red Blood Moon)

पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि 26 मई 2021 को लगने वाला चंद्रग्रहण एक खास खगोलीय घटना होगी क्योंकि एक ही बार में सुपरमून, चंद्र ग्रहण और लाल रक्त चंद्रमा होगा। जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो चंद्रग्रहण होता है। इस स्थिति के कारण पृथ्वी की छाया चन्द्रमा की पूरी रोशनी को ढक लेती है। ऐसे में सूर्य की रोशनी पृथ्वी की वायुमंडल से टकराकर जब रोशनी चांद पर पड़ती है तो चांद चमकीला हो जाता है। जब चन्द्रमा धीरे-धीरे धरती के पीछे पहुंचता है तो उसका रंग अधिक गहरा हो जाता है और तांबे के रंग जैसा यानी गहरा लाल दिखने लगता है। इस रंग के कारण इसे ब्लड मून कहा जाता है।

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