राहुल गांधी का मोदी सरकार पर बड़ा हमला, पूछे- GDP से कमाए पैसे कहां गए
राहुल गांधी ने देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है।;
Rahul Gandhi Attacked Modi Government: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि तेल की कीमतें बढ़ जाने से आम लोगों की जेब पर असर पड़ा है। ट्रांसपोर्ट बढ़ने से महंगाई बढ़ती है।
आखिर किसे मिल रहा आपका पैसा?
कांग्रेस नेता ने कहा हिन्दुस्तान की संपत्ति को बेचा जा रहा है। डी-मोनेटाइजेशनन किया जा रहा है और किसान के लिए बने तीन कानूनों से आपका पैसा छीना जा रहा है, इसलिए हिन्दुस्तान के युवाओं को, जनता को यह सवाल पूछना चाहिए कि यह पैसा आखिर किसे मिल रहा है?
23 लाख करोड़ गए कहां?
अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में पेट्रोल-डीज़ल, गैस-सिलेंडर के दाम कम हो रहे हैं और हिन्दुस्तान में बढ़ते जा रहे हैं। दूसरी तरफ हमारी संपतियां को बेचा जा रहा है। सरकार ने 23 लाख करोड़ रूपए GDP (गैस-डीज़ल-पेट्रोल) से कमाए हैं। मेरा सवाल यह है कि ये 23 लाख करोड़ रुपये कहाँ गए? जनता को यह पूछना चाहिए कि आपकी जेब से जो पैसा निकाला जा रहा है, वह कहाँ जा रहा है?
राहुल ने कहा कि 2014 में पेट्रोल का दाम 71.5 रुपये था, आज 101 रुपये है, यानी कीमतों में 42% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं 2014 में डीज़ल का दाम 57 रुपये था और आज 88 रुपये है यानी कीमतों में 55% की बढ़ोतरी हुई है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पेट्रोल और डीज़ल के दाम बढ़ते ही जा रहे हैं। 2014 में गैस सिलेंडर का दाम 410 रुपये था (जब यूपीए ने ऑफिस छोड़ा) और आज गैस-सिलेंडर का दाम 885 रुपये है। यानी 116% की बढ़ोतरी।
डी-मोनेटाइजेशन किसका हो रहा है?
- किसान-मजदूर, छोटे दुकानदार, MSME
- सरकारी कर्मचारी, ईमानदार व्यापारी
मोनेटाइजेशन किसका हो रहा है?
-केवल नरेन्द्र मोदी जी के चार-पांच मित्रों का
आखिर किसका डी-मोनेटाइजेशन और मोनेटाइजेशन हो रहा है?
पिछले 7 साल से हमने एक नया आर्थिक पैराडाइन देखा है। प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि मैं डी-मोनेटाइजेशनन कर रहा हूँ और वित्त मंत्री जी कहती हैं कि मैं मोनेटाइजेशन कर रही हूँ। जनता जानना चाहती है कि किसका डी-मोनेटाइजेशन और मोनेटाइजेशन हो रहा है?
राहुल गांधी ने कहा कि पेट्रोल और डीज़ल का अर्थव्यवस्था के हर भाग में कहीं न कहीं इनपुट होता है। जब पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ते हैं तो एक डायरेक्ट चोट लगती है और एक इनडायरेक्ट चोट लगती है।
GDP का पैसा कहां गया
पार्टी मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि जीडीपी का क्या मतलब है। GDP का मतलब होता है गैस, पेट्रोल और डीजल। उन्होंने सवाल किया कि एनडीए सरकार ने गैस, पेट्रोल और डीजल यानी जीडीपी से 23 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं। वो पैसा आखिर कहां गया। आपके जेब में पैसा नहीं जा रहा है।