Corona Virus Update : वैज्ञानिकों की चेतावनी, तैयार रहिए और नए वेरियंट्स के लिए
Corona Virus Update : वैज्ञानिकों ने चेतावनी (Scientist warning) दी है कि ओमीक्रान (Omicron Virus) के बवंडर से ये साफ है कि अभी बहुत कुछ देखना बाकी है।
Corona Virus Update : अल्फा (Alpha), बीटा (Bita), डेल्टा (Delta), ओमीक्रान (omicron)- ये सब ग्रीक अक्षर हैं। अब और भी ज्यादा ग्रीक अक्षर सीखने के लिए तैयार हो जाइए। वैज्ञानिकों ने चेतावनी (Scientist warning) दी है कि ओमीक्रान (Omicron Virus) के बवंडर से ये साफ है कि अभी बहुत कुछ देखना बाकी है। ओमीक्रान कोरोनावायरस (Corona Virus) का अंतिम वेरियंट कतई नहीं होने जा रहा।
वायरस विकसित हो सकता है
वैज्ञानिकों का कहना है कि हर संक्रमण वायरस (Infection virus) को म्यूटेट करने का मौका प्रदान करता है और चूंकि ओमीक्रान (Omicron) वैक्सीनों (Vaccine) और पूर्व बीमारी से उत्पन्न मजबूत इम्यूनिटी (imunity) के बावजूद फैलता जा रहा है। सो इसका मतलब है कि बहुत बड़ी संख्या में लोग हैं, जिनमें वायरस (Virus infection increase) आगे विकसित हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि अगला वेरियंट कैसा दिखेगा या वो महामारी (Mahamari) को किस दिशा में ले जाएगा, लेकिन ये समझ लेना चाहिए कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि ओमीक्रान (Omicron) के बाद वाले वेरियंट (Variant) से मामूली बीमारी होगी या मौजूदा टीके उनके खिलाफ काम करेंगे। वैज्ञानिकों का कहना है कि हम बस इतना कर सकते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगा दें क्योंकि यही कारगर उपाय होगा।
तेजी से ओमीक्रान फैलेगा
बोस्टन विश्वविद्यालय में महामारी और संक्रामक रोग वैज्ञानिक लियोनार्डो मार्टिनेज ने कहा है कि जितनी तेजी से ओमीक्रान फैलेगा, उतने ज्यादा ही म्यूटेशनों कि संभावना होगी। और इससे नए नए वेरियंट बन सकते हैं। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ स्टुअर्ट कैंपबेल रे का कहना है कि लंबे समय तक लगातार संक्रमण बने रहने से नए वेरियंट के लिए सबसे मुफीद जमीन तैयार होती है। लोग अगर ये सोचते हैं कि वायरस धीरे धीरे कमजोर होता जाएगा, तो ये गलत सोचना होगा क्योंकि ऐसा होने का कोई विशेष कारण नहीं है। हम आश्वस्त नहीं हो सकते कि समय के साथ वायरस कम घातक हो जाएगा।
म्यूटेटेड वायरस इंसानों में छलांग लगा सकता है
वायरस के डेवलप होने के कई संभावित रास्ते हैं। पशुओं के जरिये वायरस के नए रूप सामने आ सकते हैं। पालतू कुत्ते और बिल्लियाँ, हिरण और खेत में पाले जाने वाले पशुओं में वायरस म्यूटेट हो सकता है। फिर वहां से वही म्यूटेटेड वायरस इंसानों में छलांग लगा सकता है।