खतरनाक दावा: 11-15 मई के बीच चरम पर होगा कोरोना, इतने लाख होंगे एक्टिव केस
मई में कोरोना अपने पिक पर रहेगा। वैज्ञानिकों ने गणितीय मॉडल पर कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस पर ध्यान देते हुए बताया है।
नई दिल्ली: कोरोना ( Corona )की लहर (Wave )को कम करने के लिए राज्यों में वीकेंड कर्फ्यू, वीकली कर्फ्यू, छोटा लॉकडाउन, कोरोना कर्फ्यू या स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह जैसे कदमों से संक्रमण की रफ्तार कम हो जाएगा, तो यह पूरी तरह से संभव नहीं है। फिलहाल, देश में जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमण के नए मामले बढ़ रहे हैं, उससे अंदाजा लगाने वाले विशेषज्ञों की तो यही राय है कि अगले मई महीने के11 to 15 May, the number of people infected with corona can reach between 33 and 3.5 million.
मतलब ये कि कोरोना की दूसरी लहर (Second Wave) पहले से भी ज्यादा खतरनाक है। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि मई में कोरोना अपने पिक पर रहेगा। वैज्ञानिकों ने गणितीय मॉडल के जरिए कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस पर ध्यान देते हुए बताया है,कि 11-15 मई के आसपास कोरोना के एक्टिव केस 33 से 35 लाख के करीब पहुंच जाएंगे।
मरीजों की संख्या अभी और बढ़ेगी
कोरोना को देख अनुमान लगाया है कि भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अभी और बढ़ेगी। पिछले साल जिस तरह का अनुमान लगाया गया था अगर उसी तरह का ट्रेंड बना रहा तो कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या मई के मध्य तक कोरोना मरीजों की संख्या में तीन गुने का इजाफा दर्ज किया जाएगा।
बता दें कि पिछले साल 17 सितंबर को कोरोना पीक पर था लेकिन इस साल हालात काफी ज्यादा खराब होते दिखाई दे रहे हैं। कोरोना की अभी तक स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और तेलंगाना में 25-30 अप्रैल के दौरान नए मामलों की संख्या चरम पर होगी।
इसी तरह 1 से 5 मई के बीच ओडिशा, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल जबकि 6-10 मई के दौरान तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में कोरोना पीक पर होगा। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में कोरोना पहले ही अपने चरम पर है. इसी तरह बिहार में कोरोना 25 अप्रैल के आसपास अपने चरम पर होगा।
कोरोना की रफ्तार पर हमारी नजर बनी हुई है। कोरोना का संक्रमण हर दिन बढ़ता जा रहा है। 1-5 मई के दौरान प्रति दिन लगभग 3.3 से 3.5 लाख नए कोरोना संक्रमित दिखाई देंगे जबकि 11-15 मई के बीच यह 33-35 लाख के करीब एक्टिव केस के साथ कोरोना चरम पर होगा।
इसका मतलब यह हुआ कि आने वाले दो-तीन हफ्तों के दौरान संक्रमण की दर में गिरावट आने के पहले संक्रमितों की संख्या में हल्की सी बढ़ोतरी भी दर्ज की जा सकती है। एक खबर के अनुसार, यदि कोरोना संक्रमितों की वर्तमान में दिए जा रहे आंकड़े सही हैं, तो मई के मध्य में कोरोना की पहली लहर के दौरान सितंबर महीने की तुलना में कोरोना के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 10 लाख से तीन गुना अधिक होगी।