Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण जल्द, शिंदे को नहीं मिलेगा गृह मंत्रालय, BJP का बड़ा फैसला

Maharashtra Politics: मुख्यमंत्री पद पर देवेंद्र फडणवीस के शपथ लेने के बाद से ही गृह मंत्रालय को लेकर खींचतान की स्थिति बनी हुई है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-12-12 11:42 IST

Devendra Fadnavis Cabinet  (photo: social media ) 

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद पर देवेंद्र फडणवीस की ताजपोशी के बाद नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह जल्द ही आयोजित करने की तैयारी है। राज्य विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर को शुरू होने वाला है और माना जा रहा है कि 14 दिसंबर को नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। इस बीच बुधवार रात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ महत्वपूर्ण बैठक हुई।

जानकार सूत्रों के मुताबिक बैठक में यह तय किया गया है कि डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को गृह मंत्रालय नहीं मिलेगा। शिंदे को शहरी विकास मंत्रालय या पीडब्ल्यूडी विभाग मिलने की संभावना है। मुख्यमंत्री पद हाथ से निकलने के बाद शिंदे ने गृह मंत्रालय को लेकर दबाव बना रखा है मगर भाजपा इस मंत्रालय को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है।

शिंदे को नहीं मिलेगा गृह मंत्रालय

मुख्यमंत्री पद पर देवेंद्र फडणवीस के शपथ लेने के बाद से ही गृह मंत्रालय को लेकर खींचतान की स्थिति बनी हुई है। दरअसल शिंदे के मुख्यमंत्रित्व काल में देवेंद्र फडणवीस राज्य के डिप्टी सीएम थे और गृह मंत्रालय उन्हीं के पास था। शिंदे गुट की ओर से इसी को आधार बनाकर गृह मंत्रालय के पद पर दावेदारी की जा रही है। इसे लेकर चल रही खींचतान पर चर्चा के लिए देवेंद्र फडणवीस बुधवार को दिल्ली पहुंचे थे जहां उनकी गृह मंत्री शाह और पार्टी अध्यक्ष नड्डा के साथ महत्वपूर्ण बैठक हुई।

इस बैठक में नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण और उन्हें दिए जाने वाले विभागों पर गहराई से चर्चा की गई। इस बैठक में शिंदे मौजूद नहीं थे। भाजपा सूत्रों का कहना है कि बैठक में लिए गए फैसले के मुताबिक शिंदे को गृह विभाग भी नहीं मिलेगा। उन्हें शहरी विकास मंत्रालय या पीडब्ल्यूडी विभाग दिया जा सकता है। हालांकि भाजपा की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।

14 दिसंबर को शपथ ले सकते हैं नए मंत्री

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होने वाला है और उसके पहले महाराष्ट्र में नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह 14 दिसंबर को आयोजित किया जा सकता है। भाजपा कोटे से मुख्यमंत्री समेत 21 से 22 मंत्री हो सकते हैं जडकि शिंदे गुट और अजित पवार गुट से 10-10 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है।

महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस बार 132 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि शिंदे गुट को 57 और एनसीपी के अजित पवार गुट को 41 सीटों पर जीत मिली है। सत्तारूढ़ महायुति में तीन दलों के शामिल होने के कारण नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण और मंत्रालयों के आवंटन में विलंब हो रहा है।

दिल्ली दौरे के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री फडणवीस का कहना था कि सीएम बनने के बाद वे शीर्ष नेताओं से मंथन करने के लिए दिल्ली जा रहे हैं। दिल्ली में फडणवीस ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से चर्चा के अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात की है।

शिंदे गुट की ओर से नए चेहरों को प्राथमिकता

इस बीच शिंदे गुट की ओर से इस बार मंत्री पद को लेकर कुछ नए चेहरों को मौका दिए जाने की संभावना है। शिंदे गुट के से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पिछली सरकार में मंत्री रहे तीन नेताओं को इस बार निराश होना पड़ सकता है। दरअसल मंत्री के रूप में इन नेताओं की परफॉर्मेंस अच्छी नहीं रही है और इस बार पार्टी नए चेहरों को मौका देने के पक्ष में है।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति की जीत के बाद पहले मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान की स्थिति दिखी। इस कारण मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 12 दिन बाद आयोजित किया जा सका। अब मंत्रालयों को लेकर खींचतान की स्थिति दिख रही है मगर भाजपा इस बार किसी दबाव को मानने को तैयार नहीं दिख रही है। अब सबकी निगाह नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण और मंत्रालयों के बंटवारे के बाद शिंदे गुट की रणनीति पर टिकी हुई है। हालांकि खुद शिंदे ने पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है।

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