स्विस कंपनी ने भारत में लॉन्च की कोरोना की दवा, कीमत उड़ा देगी होश

Coronavirus: स्विट्ज़रलैंड की दिग्गज दवा कंपनी ‘रौश’ ने भारत में कोविड-19 की दवा लॉन्च कर दी है। इस दवा को सिपला बेचेगी।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Shreya
Update: 2021-05-24 09:30 GMT

रौश कंपनी की बिल्डिंग (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Coronavirus: देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच स्विट्ज़रलैंड की दिग्गज दवा कंपनी 'रौश' (Pharmaceutical Company Roche) ने भारत में कोविड-19 की दवा (Corona Virus Antibody Medicine) लॉन्च कर दी है। इसे हाल ही में भारत के ड्रग कंट्रोलर (Drugs Controller General of India) ने इमरजेंसी इस्तेमाल (Emergency Use) के लिए लॉन्च करने की अनुमति दी थी। भारत में इस दवा को सिपला (Pharmaceutical Company Cipla) कंपनी बेचेगी।

'रौश' की इस दवाई का एक पैकेट 1 लाख 19 हजार 500 रुपये का है और इससे दो मरीजों का ट्रीटमेंट (Treatment) किया जा सकता है। यानी एक मरीज के लिए इसकी कीमत 59, 750 रूपये पड़ेगी। ये दवाई असल में दो दवाओं का मिश्रण है इसीलिए इसे एंटीबॉडी कॉकटेल कहा जा रहा है। ये दवाएं हैं – कासिरीविमिब और इमडेवीमैब।

कंपनियों ने की आज घोषणा

'रौश' और सिप्ला (Roche And Cipla) ने आज घोषणा की उनकी दवा का पहला बैच अब भारत में उपलब्ध है और दूसरा बैच जून में उपलब्ध हो जाएगा। इन कंपनियों ने कहा है कि एक बैच में एक लाख पैकेट्स हैं जिसने दो लाख मरीजों का इलाज किया जा सकता है।

भारत में सिपला कंपनी इस दवा को अपने डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के जरिये बेचेगी। एक डोज़ में 600 मिलीग्राम कासिरीविमिब और इतनी ही इमडेवीमैब हैं। इस दवा को अमेरिका और कई यूरोपीय देशों में इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिली हुई है।

एंटीबॉडी कॉकटेल से अस्पतालों का बोझ होगा कम 

'रौश' फार्मा इंडिया लिमिटेड की सीईओ वी. सिम्पसन एमानुएल ने कहा है कि एंटीबॉडी कॉकटेल से अस्पताल में मरीज के भर्ती होने की संभावना को बहुत कम किया जा सकेगा। इससे अस्पतालों का बोझ कम होगा। इसके अलावा ये दवाई हाई रिस्क मरीजों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

एंटीबाडी कॉकटेल कोरोना संक्रमण से पीड़ित उन व्यस्कों और बच्चों का इलाज किया जाएगा जिनमें गंभीर संक्रमण डेवलप होने की आशंका है। सिपला के सीईओ उमंग वोहरा के अनुसार एंटीबाडी कॉकटेल का हाई रिस्क मरीजों पर अच्छा प्रभाव देखा गया है। ऐसे मरीजों में मृत्यु दर 70 फीसदी तक कम रही है।

दवा (सांकेतिक फोटो साभार- सोशल मीडिया)

DRDO ने लॉन्च की थी एंटी कोरोना ड्रग्स

बता दें कि इससे पहले DRDO ने बी एंटी कोरोना ड्रग्स 2 DG को लॉन्च किया था। इस दवा को इमरजेंसी यूज के लिए रिलीज किया गया है। बताते चलें कि यह दवा एक पाउडर के रूप में है इस दवा का उपयोग सबसे पहले दिल्ली के DRDO कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों को दिया जाएगा। DRDO प्रमुख जी. सतीश रेड्डी ने बताया कि अभी इस एंटी कोविड दवा का एक सप्ताह में करीब 10,000 के आस पास उत्पादन होगा।

गौरतलब है कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने की ओर से रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की एंटी कोविड दवा के इमरजेंसी यूज (Emergency use) को मंजूरी दे दी गई है। डीआरडीओ की ये दवा अब तक हुए क्लीनिकल ट्रायल्स (Clinical trials) में सफल साबित हुई है, जिसे देखते हुए DCGI ने ये फैसला लिया है। डीआरडीओ ने इस दवा को डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज (Dr. Reddys Laboratories) के साथ मिलकर तैयार किया है।

ऑक्सीजन पर निर्भरता को करती है कम

रक्षा मंत्रालय का कहना है कि 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) के क्लीनिकल ट्रायल्स में सामने आया है कि ये दवा अस्पताल में भर्ती मरीजों के तेजी से ठीक होने में मदद करती है। इसके अलावा इस दवा की मदद से मरीज की ऑक्सीजन पर अतिरिक्त निर्भरता भी कम होती है। मंत्रालय के मुताबिक, DRDO द्वारा विकसित ये दवा पाउडर के रूप में पैकेट में आती है। इसे पानी में घोलकर पीना होता है।

कैडिला की विराफीन को भी मंजूरी 

इस दवा के इमरजेंसी यूज को मंजूरी मिलने के बाद देश में कोरोना वायरस के खिलाफ एक और औषधी उपलब्ध हो गई है। इससे पहले एक अन्य दवा कैडिला की विराफीन को भी मंजूरी दी जा चुकी है।

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