फरवरी में विस्फोटक होगा कोरोना: रिकॉर्ड संख्या में दर्ज किए जाएंगे केस, तीसरी लहर को लेकर कैंब्रिज की स्टडी में बड़ा दावा
फरवरी में विस्फोटक होगा कोरोना: प्रोफेसर कट्टुमन ने तीसरी लहर (corona third wave) को लेकर भविष्यवाणी की है। उनका मानना है कि फरवरी महीने के दौरान भारत में कोरोना के केसों में जबर्दस्त बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी और देश को तीसरी लहर से जूझना पड़ सकता है।
New Delhi: देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना से संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है (increase in cases of corona infection)। दिल्ली और मुंबई में तो कोरोना (Corona in Delhi and Mumbai) ने काफी रफ्तार पकड़ ली है। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जल्द ही देश में कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक की आशंका जतानी शुरू कर दी है।
इस बीच कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पॉल कट्टुमन (Cambridge University Professor Paul Kattuman) ने आशंका जताई है कि भारत में जल्द ही कोरोना काफी रफ्तार पकड़ सकता है। प्रोफेसर कट्टुमन ने तीसरी लहर (corona third wave) को लेकर भी भविष्यवाणी की है। उनका मानना है कि फरवरी महीने के दौरान भारत में कोरोना के केसों में जबर्दस्त बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी और देश को तीसरी लहर से जूझना पड़ सकता है।
प्रोफेसर कट्टुमन और उनकी रिसर्च टीम की भविष्यवाणी को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि कैंब्रिज की इस टीम ने गत मई में कोरोना की दूसरी लहर (second wave of corona in may) की भारत में दस्तक के बारे में सटीक भविष्यवाणी की थी। अब कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की इस टीम ने फरवरी में तीसरी लहर की आशंका जता दी है।
संक्रमण की दर का अभी अनुमान लगाना मुश्किल
इस टीम की ओर से की गई स्टडी में दावा किया गया है कि भारत एक बड़ी आबादी वाला देश है। 1.4 अरब की आबादी वाले इस देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variants) दस्तक दे चुका है और इस वैरिएंट के केस में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। प्रोफेसर कट्टुमन का मानना है कि कुछ दिनों के भीतर ही संक्रमण की दर में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी इस बात का अनुमान लगाना मुश्किल है कि संक्रमण की दर में कितनी तेजी दर्ज की जाएगी और देश में रोज कितने ज्यादा केस सामने आ सकते हैं।
प्रोफेसर कट्टुमन और उनकी टीम का मानना है कि भारत के विभिन्न राज्यों में कोरोना के नए मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। टीम का कहना है कि 6 राज्यों में नए केसों में वृद्धि की दर 5 फ़ीसदी से अधिक है। देश के 11 राज्यों में कोरोना से स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है।
चिंता का बड़ा कारण बनेगी बीमारी
कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कट्टुमन का मानना है कि 11 राज्यों में कोरोना के केसों में लगातार हो रही बढ़ोतरी चिंता का बड़ा कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कोरोना के केसों में और बढ़ोतरी होने की आशंका है। फरवरी महीने के दौरान देश में कोरोना पीक पर पहुंच सकता है और इस दौरान रिकॉर्ड संख्या में नए केस दर्ज किए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे में फरवरी में देश में तीसरी लहर की दस्तक की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। प्रोफेसर कट्टुमन की भविष्यवाणी (Professor Kattuman's Prediction) को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि उन्होंने गत मई महीने के दौरान देश में दूसरी लहर की सटीक भविष्यवाणी की थी। कैंब्रिज इंडिया ट्रैकर ने इस मामले में बिल्कुल सटीक का आकलन किया था।
लगातार तेजी पकड़ रहा संक्रमण
देश में कोरोना के केसों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। बुधवार को देश में कोरोना के 9000 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए। पिछले कई दिनों से रोजाना दर्ज किए जाने वाले मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। अब देश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या व बढ़कर 77000 से ऊपर पहुंच गई है। नए इलाकों में भी इसका संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि कई राज्यों ने नाइट कर्फ्यू के साथ कई और पाबंदियां लागू करने का ऐलान कर दिया है।
सबसे ज्यादा पाबंदियां दिल्ली में लगाई गई हैं और स्कूल-कॉलेज भी अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी दिल्ली को गंभीर स्थितियों का सामना करना पड़ा था और यही कारण है कि इस बार सरकार ने पहले ही एहतियात बरतना शुरू कर दिया है।