Coronavirus की तीसरी लहर 6-8 महीनों में! वैक्सीनेशन बनी वजह, वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी

Coronavirus Third Wave : देश में तीसरी लहर आने की आशंका जताई जाने लगी है। इस लहर के और विकराल होने की बात कही जा रही है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Shivani
Update:2021-05-20 10:39 IST

रोती हुई महिला (फोटो- न्यूजट्रैक)

Coronavirus Third Wave: कोरोना की दूसरी लहर ने इन दिनों देश में कहर बरपा रखा है। दूसरी लहर के दौरान हालात इतने बिगड़ गए कि कि कई दिनों तक देश में रोजाना चार लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए। रोजाना होने वाली मौतों के मामले में भी भारत ने नया रिकॉर्ड बना डाला। अब देश में तीसरी लहर आने की आशंका जताई जाने लगी है। इस लहर के और विकराल होने की बात कही जा रही है।

इस बीच आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर एम विद्यासागर ने चेतावनी दी है कि यदि देश में वैक्सीनेशन का अभियान तेज नहीं किया गया और कोविड-19 से निपटने की गाइडलाइन की अनदेखी की गई तो अगले छह से आठ महीनों में देश को तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है। केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के विजयराघवन भी देश में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जता चुके हैं।

वैक्सीनेशन और गाइडलाइन पर देना होगा ध्यान

कोरोना संक्रमण के संबंध में अनुमान जताने के लिए गणित वाले सूत्र मॉडल से जुड़े वैज्ञानिक विद्यासागर ने देश में टीकाकरण अभियान में तेजी लाने पर जोर दिया है। उनका कहना है कि वैक्सीनेशन में तेजी के साथ ही कोविड-19 से जुड़ी गाइडलाइन की भी अनदेखी नहीं की जानी चाहिए।

आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर विद्यासागर ने कहा कि यदि एंटीबॉडी खत्म हो जाती है तो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी कम होने की आशंका है। इसलिए टीकाकरण अभियान को तेज किया जाना चाहिए और कोरोना का संक्रमण रोकने में मददगार नियमों का पालन भी किया जाना चाहिए। सभी को यह समझना होगा कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो 6 से 8 महीने में तीसरी लहर आने की पूरी आशंका है।

तीसरी लहर की आशंका से इनकार नहीं

केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के विजयराघवन की राय भी इससे अलग नहीं है। उनका भी कहना है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी और इसके लिए पहले से ही तैयारी की जानी चाहिए। उनका कहना है कि यह अभी नहीं बताया जा सकता कि तीसरी लहर कब आएगी। उन्होंने कहा कि पहले हम इस बात का भी अनुमान नहीं लगा सके थे कि दूसरी लहर इतनी लंबी और भयावह होगी।

विजयराघवन का कहना है कि वायरस का अधिक मात्रा में सरकुलेशन होने के कारण तीसरी लहर आने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। वैसे अभी यह कहना मुश्किल है कि यह लहर कब आएगी और किस हद तक लोगों को प्रभावित करेगी। दूसरी लहर के कमजोर पड़ने के बाद हमें तीसरी लहर का सामना करने की तैयारी में अभी से जुट जाना चाहिए।

सतर्कता नहीं बरती तो फिर बरपेगा कहर

केंद्र सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार ने कहा कि दूसरी लहर खत्म होने के बाद बहुत ज्यादा खुश होने की जरुरत नहीं है। यदि हमने सतर्कता नहीं बरती तो हमें फिर खामियाजा भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि एक लहर के समाप्त होने के बाद सावधानी में कमी आने से वायरस फिर फैलने लगता है। उन्होंने कहा कि वायरस के स्ट्रेन पहले के स्ट्रेन की तरह ही लोगों को प्रभावित कर रहे हैं।
उन्होंने देश और दुनिया में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट्स आने की संभावना भी जताई। उन्होंने कहा कि हमारी वैक्सीन मौजूदा वेरिएंट्स के खिलाफ पूरी तरह सरदार है। इसलिए लोगों को वैक्सीन लगवाने के प्रति तनिक भी लापरवाह नहीं होना चाहिए। यह लापरवाही आने वाले दिनों में हमारे लिए भारी पड़ सकती है।
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