मीट की दुकानों पर बैन का विरोध करती TMC सांसद, बोलीं-"संविधान देता है खाने की अनुमति"
Delhi Meat Shop Ban: दक्षिण दिल्ली के मेयर ने मीट की दुकानों पर पूर्ण बैन लगाते हुए मीट की दुकानें खुली रहने से नवरात्रि व्रत के दौरान हिंदुओं की भावना आहत होने की बात कही है।
Delhi Meat Shop Ban: नवरात्रि के अवसर तक दक्षिण दिल्ली के मेयर मुकेश सूर्यन ने मीट की दुकानों पर पूर्ण बैन लागू करते हुए सख्ती से इस आदेश का पालन करने की बात कही है। दिल्ली मीट शॉप पर बैन लगने के बाद टीएमसी लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने दक्षिण दिल्ली नगर निगम के इस आदेश का विरोध किया है। महुआ मोइत्रा ने अपने बयान में कहा कि संविधान उन्हें उनकी इच्छानुसार मीट का सेवन करने की अनुमति देता है, इसलिए प्रशासन उन्हें ऐसा करने से नहीं रोक सकता।
दक्षिण दिल्ली के मेयर ने मीट की दुकानों पर पूर्ण बैन लगाते हुए मीट की दुकानें खुली रहने से नवरात्रि व्रत के दौरान हिंदुओं की भावना आहत होने की बात कही है।
इसी के साथ मेयर ने यह भी कहा कि उनके नगर निगम के लोगों ने नवरात्रि के समय मीट कटने और बेचे जाने पर होने वाली समस्या बताई थी, जिसके आधार पर यह फैसला लिया गया है। आपको बता दें कि दक्षिण दिल्ली में मीट की लगभग 1500 पंजीकृत दुकानें हैं, जिन में मांस काटा और बेचा जाता है।
टीएमसी लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने दक्षिण दिल्ली के मेयर द्वारा नवरात्रि में मीट की दुकानों पर लगे बैन के विरोध में ट्वीट करते हुए लिखा कि-"मैं साउथ दिल्ली में रहता हूं। संविधान मुझे अनुमति देता है कि मैं जब चाहूं मीट खा सकती हूं और दुकानदार को अपना व्यापार चलाने की आजादी देता है।"
दक्षिण दिल्ली के अलावा पूर्वी दिल्ली के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने भी नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानें बंद रखने की बात का आदेश दिया है। पूर्वी दिल्ली के मेयर आदेश का तर्क बताते हुए कहा कि अधिकतर आबादी नवरात्रि के दौरान मीट का सेवन नहीं करती तो दुकानें खोले जाने का कोई कारण नहीं है।