UNESCO की वर्ल्ड हेरिटेज की लिस्ट में शामिल हुआ यह शहर
गुजरात के धोलावीरा को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है...
गुजरात में हड़प्पा काल के शहर धोलावीरा को यूनेस्को (Unesco) की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। संयुक्त राष्ट्र के संगठन ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। तेलंगाना के वारंगल में पालमपेट स्थित रामप्पा मंदिर के बाद इस महीने विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया भारत का यह दूसरा स्थल है। धोलावीरा के यूनेस्को की सूची में शामिल होने पर पीएम मोदी ने कहा कि ये बेहद ख़ुशी की बात है। लोगों को यहाँ जरूर जाना चाहिए।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि इस खबर से बुहत खुशी हुई। धोलावीरा एक महत्वपूर्ण शहरी केंद्र था और हमारे अतीत के साथ हमारे सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है। यह विशेष रूप से इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व में रुचि रखने वालों के लिए एक यात्रा अवश्य है।
विश्व धरोहर समिति में धोलावीरा और रामप्पा मंदिर शामिल
गुजरात के कच्छ के भारत-पाकिस्तान सीमा पर पुरातत्व स्थल यानि धोलावीरा स्थित है। यहां से हडप्पनकालीन सभ्यता के अवशेष पाए गए हैं। संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने ट्वीट किया, भारत में, हड़प्पाकालीन शहर को विश्व धरोहर सूची में अभी-अभी शामिल किया गया। बधाई हो!'' यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के 44 वें सत्र के दौरान धोलावीरा और रामप्पा मंदिर को इस सूची में शामिल किया गया। गुजरात में अब चार विश्व धरोहर स्थल हो गये हैं।
भारत का 40वां स्थल लिस्ट में हुआ शामिल
विश्व धरोहर समिति के इस सत्र की अध्यक्षता चीन में फुझोऊ से की जा रही है और यह ऑनलाइन किया जा रहा है। यह 16 जुलाई को शुरू हुआ था और 31 जुलाई को संपन्न होगा। संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने एक ट्वीट में कहा, ''मुझे भारतवासियों से यह साझा करते हुए अपार हर्ष हो रहा है कि अब धोलावीरा के रूप में यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची भारत का 40वां स्थल शामिल हो गया है।''
विश्व धरोहर सूची में भारत के 10 नए स्थान शामिल
उन्होंने आगे कहा कि आज भारत के लिए, विशेष रूप से गुजरात के लिए गर्व का दिन है। उन्होंने कहा, ''2014 से विश्व धरोहर सूची में भारत के 10 नए स्थान शामिल किये गये हैं जो हमारे ऐसे स्थलों का एक चौथाई हिस्सा है।''