Earthquake Today: भूकंप के झटके से कांपी लेह की धरती, जानें रिक्टर स्केल पर क्या रही तीव्रता?

Earthquake Today: लद्दाख में आज (30 नवंबर) सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। आइए जानते है कि रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता क्या रही?

Newstrack :  Network
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-11-30 02:43 GMT

भूकंप (डिजाइन फोटो- न्यूजट्रैक) 

Earthquake Today: लद्दाख में आज (30 नवंबर) सुबह भूकंप के झटके (bhukamp ke jhatke today) महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Center for Seismology) ने भूकंप के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लेह के पूर्वी क्षेत्र में आज सुबह करीब 4 बजकर 50 मिनट पर भूंकप का आया था। राहत की बात है कि इस भूकंप से किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है।

एनसीएस (NCS) के मुताबिक, पूर्व लेह (Leh) से 81 किमी दूर यह भूंकप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.7 मापी (bhukamp ki tivrata) गई है। इस भूकंप की गहराई 10 किमी थी।

कल तमिलनाडु में आया था भूकंप

बीते सोमवार (29 नवंबर) को तमिलनाडु के वेल्लोर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोगों को भूकंप के ये झटके सुबह 4:17 बजे महसूस हुए थे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार इसकी तीव्रता 3.6 थी। वेल्लोर के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में 25 किमी और 59 किमी की गहराई पर आया।

शुरुआत में भूकंप के झटके से किसी भी प्रकार के नुकसान की खबर सामने नहीं आई थी, लेकिन कुछ समय पश्चात पता चला कि मथुरा मीनूर कोलाइमेडु में एक घर को नुकसान पहुंचा है। वेल्लोर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, "मथुरा मीनूर कोलाइमेडु में भूकंप के कारण एक घर क्षतिग्रस्त हो गया है।" वहीं घर के मालिक ने बताया कि, "भूकंप के झटके के कारण घर में दरार आ गई है।"

भूकंप कैसे आता है (Bhukamp Kaise Aata Hai)?

धरती के अंदर सात प्लेट्स होती हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। इन प्लेटों के अचानक टकराने के कारण भूकंप आता है। इसे ऐसे समझें, प्लेटें आपस में टकराने के बाद एक फॉल्ट लाइन जोन बनता है, जिसके बाद सतह के कोने मुड़ जाते हैं। ऐसा होने पर दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन्हीं प्लेट्स के टूटने की वजह से अंदर की जो एनर्जी होती है वो बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिस वजह से धरती हिलती है और जिसे भूकंप कहा जाता है।

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