Ganesh Mahotsav: बहुत जरूरी बात 3, 5, 7... की संख्या में कभी ना रखें गणेश मूर्ति, जानें क्यों
गणेशोत्सव के दौरान आप सब ने अपने घरों में गणेश प्रतिमाएं स्थापित की होंगी।
गणेशोत्सव के दौरान आप सब ने अपने घरों में गणेश प्रतिमाएं स्थापित की होंगी। कई बार ऐसा होता है कि घर में एक से ज्यादा गणेश की मूर्तियां रहती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि घर के मंदिर में कितनी मूर्तियां होनी चाहिए। नहीं, तो आज हम आपको बताएंगे।
इस संबंध में ज्योतिष से जुड़े आचार्यों की मानें तो घर के मंदिर भगवान गणेश की मूर्तियों की संख्या हमेशा सम संख्या में होनी चाहिए। इनकी मानें तो घर में गणेश मूर्ति की स्थापना को बेहद शुभ माना जाता है। लेकिन, ध्यान रखें कि घर के मंदिर में गणपति की मूर्तियों की संख्या 2, 4, 6, 8 जैसी सम संख्या में होनी चाहिए। ये मूर्तियां कभी भी 3, 5, 7,9 जैसी विषम संख्या में नहीं होनी चाहिए। यही विधि पूजा घर में रखी अन्य मूर्तियों के लिए भी होनी चाहिए।
घर के मंदिर में ना करें मूर्तियां इकठ्ठा
ज्योतिष के अनुसार, घर के मंदिर में ढेर सारी मूर्तियों को रखने से हमेशा बचना चाहिए। इसके पीछे कि सभी देवी-देवताओं की पूजा से जुड़ी विधि और नियम अलग होते हैं। किसी भी व्यक्ति के लिए पूजा में सभी नियमों का पालन करना संभव नहीं है। इससे पूजा सफल नहीं हो पाती है। इसलिए घर के मंदिर में ज्यादा मूर्तियों को रखने से बचना चाहिए।
गणपति से जुड़े कुछ मंत्र जो हैं आपके काम के
ॐ ग्लौं गं गणपतये नम:- ज्योतिष के मुताबिक इस मंत्रोचार से घर में सुख समृद्धि और शांति आती है।
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा- इस मन्त्र के उच्चारण से घर में धन, संपदा और वैभव की प्राप्ति होती है।
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात.--इस मन्त्र के उच्चारण से परिवार में चल रहा क्लेश और अशांति दूर होती है।
विद्यार्थी लभते विद्यां, धनार्थी लभते धनम्, पुत्रार्थी लभते पुत्रान्-मोक्षार्थी लभते गतिम्.-- इस मंत्र के नियमित मंत्रोच्चार से विद्या और संतान सुख की प्राप्ति होती है।