India-Australia के बीच अंतरिम व्यापार समझौते पर लगी मुहर, PM मोदी ने दोनों देशों के रिश्ते पर कही ये बात
'बेहद कम समय में दोनों देशों के बीच हुए इस समझौते पर सहमति होना हमारे आपसी विश्वास को दर्शाता है। यह पल यकीनन हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए बेहद महत्वपूर्ण क्षण है।'
India-Australia Relations: भारत और ऑस्ट्रेलिया (India and Australia) ने दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों (Economic Relations) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शनिवार, 02 अप्रैल को एक महत्वपूर्ण अंतरिम व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस खास मौके पर भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) के साथ पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तथा ऑस्ट्रेलियाई वाणिज्य मंत्री डैन टेहान के साथ पीएम स्कॉट मॉरिसन वर्चुअल माध्यम से जुड़े।
दोनों देशों के बीच वर्चुअल माध्यम से हुए इस व्यापार समझौते के तहत भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान में कहा कि- 'बेहद ही कम समय में दोनों देशों के बीच हुए इस महत्वपूर्ण समझौते पर सहमति होना हमारे आपसी विश्वास को दर्शाता है। यह पल यकीनन हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक बेहद ही महत्वपूर्ण क्षण है।" इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन से बातचीत की।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने इस दौरान अपना बयान जारी करते हुए कहा कि 'जब से हमने अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी का ऐलान किया है, तब से हमारे सहयोग की गति बेहद ही उल्लेखनीय रही है। हमारी सरकार ने करीब 282 मिलियन अमरीकी डालर की नई पहल का ऐलान किया है, विशेषकर हमारे विस्तारित सहयोग को बढ़ावा देगा।"
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए इस आंतरिक व्यापार समझौते के तहत प्रदर्शित कुछ रिपोर्ट की मानें तो भारत के लिए 85 प्रतिशत से अधिक ऑस्ट्रेलियाई वस्तु के निर्यात पर टैरिफ शुल्क को समाप्त कर दिया जाएगा, जिसकी कीमत तकरीबन 12.6 अमेरिकी बिलियन है। इस समझौते के तहत भारत में ऑस्ट्रेलिया से आने वाले ऊन, तांबा, कोयला, एल्यूमिना समेत कई महत्वपूर्ण खनिजों व धातुओं पर निर्यात शुल्क समाप्त कर दिया जाएगा।
दोनों देशों के बीच समझौते को लेकर वर्चुअल माध्यम से आयोजित हुई इस बैठक के बाद वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'भारत और ऑस्ट्रेलिया ने बातचीत कर ऐतिहासिक आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए। हम अपने व्यवसायों और लोगों को अधिक समृद्धि की ओर ले जाने के लिए नए द्वार खोल रहे हैं।'इस दौरान मंत्री पीयूष गोयल ने इसे भारत-यूएई के बीच हुए समझौते के बाद देश की बड़ी जीत बताया।