Jammu-Kashmir से बड़ी खबर, लश्कर-ए-तैयबा आतंकी शमीम सोफी पुलवामा से गिरफ्तार
Jammu- Kashmir: नियंत्रण रेखा पर हाल ही में पकड़े गए एक कम उम्र के उग्रवादी ने यह खुलासा किया था कि लश्कर-ए-तैयबा पाकिस्तान में अभी भी सक्रिय है।
Jammu- Kashmir: सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के श्रेणीबद्ध उग्रवादी को पुलवामा (Pulwama) जिले से गिरफ्तार किया है। यह जानकारी जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) ने दी। गिरफ्तार किए गए उग्रवादी का नाम शमीम सोफी है, वह गुलाम मोहम्मद सोफी का बेटा है। जोकि दक्षिणी कश्मीर के निकलूरा गांव का निवासी है। पुलिस ने बताया की सोफी लश्कर-ए-तैयबा उग्रवादी संगठन से जुड़ा हुआ है उसके पास से एक पिस्तौल और काफी मात्रा में कारतूसों के अलावा तमाम आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं। इस उग्रवादी को संयुक्त रूप से चलाए गए एक तलाशी अभियान (search operation) के दौरान पकड़ा गया है। उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस जांच जारी है।
गौरतलब है की नियंत्रण रेखा पर हाल ही में पकड़े गए एक कम उम्र के उग्रवादी ने यह खुलासा किया था कि लश्कर-ए-तैयबा पाकिस्तान में अभी भी सक्रिय है और अपनी गतिविधियों को जारी रखे हुए है।
गौरतलब है कि गत दिवस गुजरात के एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (Anti Terrorist Squad) ने 2006 के कालूपुर रेलवे ब्लास्ट केस (kalupur railway blast case) के अभियुक्त को बारामुला जिले के दिलना गांव से गिरफ्तार किया था। बिलाल अहमद दर नामक यह अभियुक्त पिछले 15 साल से फरार चल रहा था। इस विस्फोट में कोई मारा नहीं गया था केवल दस लोग घायल हुए थे लेकिन जांच के दौरान खुलासा हुआ कि दो कश्मीरी असलम और बशीर गोधरा कांड के बाद की हिंसा का वीडियो दिखा कर भरूच में मदरसे में युवाओं का ब्रेन वाश कर रहे हैं ताकि देश में हिंसा फैलायी जा सके।
गोली चलाने और बम बनाने का प्रशिक्षण
बिलाल जो कि 2006 में मदरसे में पढ़ रहा था वह उसी दौरान असलम और बशीर के संपर्क में आया। इस दौरान उसने कुछ युवाओं को आईएसआई की मदद से पाकिस्तान और पाक कब्जे वाले कश्मीर में गोली चलाने और बम बनाने का प्रशिक्षण लेने भेजा था।
इसके अलावा आज तड़के शोपियां में एक उग्रवादी पुलिस मुठभेड़ में मारा भी गया है जिसकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। कश्मीर में उग्रवादियों की धर पकड़ के बीच ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि आईएसआई और लश्कर एक बार फिर घाटी में उग्रवाद फैलाने की साजिश रच रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियां इन सूचनाओं को लेकर सतर्क हैं।