Jammu-Kashmir में आतंकियों के खिलाफ कड़ा एक्शन, कई स्थानों पर छापेमारी, हिरासत में लिए गए 700 संदिग्ध
Jammu-Kashmir News: आतंकी घटनाओं पर रोकथाम के लिए एनआईए की ओर से घाटी में बड़ी कार्रवाई शुरू की गई है।
Jammu kashmir Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर (jammu kashmir aatanki hamla today) में हाल में हुई आतंकी घटनाओं के बाद सुरक्षा एजेंसियों (jammu kashmir Security agency ka action) ने कड़ा एक्शन लेना शुरू कर दिया है। घाटी में पिछले 6 दिनों के दौरान आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों और सिखों (jammu kashmir Terrorist Attack) सहित सात लोगों को निशाना बनाया है और इन घटनाओं को लेकर अल्पसंख्यकों में नाराजगी के साथ असुरक्षा की भावना भी दिख रही है। दिल्ली में पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) की मौजूदगी में हुई उच्चस्तरीय बैठक में भी आतंकियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने का फैसला किया गया था। आतंकी घटनाओं के सिलसिले में सुरक्षा बलों ने करीब 700 लोगों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए लोगों में करीब 500 लोग ऐसे हैं जिनके प्रतिबंधित धार्मिक और आतंकी संगठनों के साथ रिश्ते की जानकारी मिली है। हाल के दिनों में आतंकियों ने आम लोगों को निशाना बनाने की रणनीति पर अमल करना शुरू किया है और इसलिए सुरक्षा बलों की चुनौतियां काफी बढ़ गई हैं।
टीआरएफ पर कसा शिकंजा (TRF)
आतंकी घटनाओं पर रोकथाम के लिए एनआईए (NIA) की ओर से घाटी में बड़ी कार्रवाई शुरू की गई है। संदिग्ध लोगों की धरपकड़ के लिए एनआईए (NIA ka Action) की ओर से सीआरपीएफ (CRPF) व जम्मू-कश्मीर पुलिस ((jammu kashmir aatanki hamla today)) के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। एनआईए प्रवक्ता के मुताबिक रविवार को श्रीनगर, कुलगाम और बारामूला जिलों में सात स्थानों पर छापेमारी की गई। शनिवार को भी एनआईए की ओर से 15 स्थानों पर छापेमारी की गई थी। इस छापेमारी के दौरान एनआईए ने टीआरएफ के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन माने जाने वाले टीआरएफ आतंकियों पर हाल के दिनों में कई घटनाओं को अंजाम देने का शक है। कई नागरिकों की हत्या के बाद टीआरएफ की ओर से घटना की जिम्मेदारी भी ली गई है। इसलिए एनआईए ने टीआरएफ की नकेल कसने के लिए कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
एनआईए का बड़ा अभियान (Jammu Kasmir Ka Abhiyan)
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि रविवार को मारे गए छापों के दौरान टीआरएफ से जुड़े बारामुला के तौसीफ अहमद बानी और वामपुरा के फ़ैज अहमद खान को गिरफ्तार किया गया है। एनआईए (NIA Raid) के छापों के दौरान कई मोबाइल फोन, पेन ड्राइव और अन्य संदिग्ध सामग्रियां भी जब्त की गई हैं। बरामद सामानों के जरिए आतंकी घटनाओं (jammu kashmir aatanki hamla today) की तह में जाने की कोशिश की जा रही है। एनआईए के अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी संदिग्ध युवाओं की धरपकड़ शुरू कर दी है। (Jammu Kashmir police investigation) पथराव की घटनाओं को अंजाम देने वालों और अन्य असामाजिक तत्वों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की जा रही है। आतंकियों के खिलाफ अभियान में तालमेल के लिए खुफिया एजेंसी के एक शीर्ष अधिकारी को भी कश्मीर भेजा गया है।
उपराज्यपाल से मांगा इस्तीफा
इस बीच पीडीपी (PDP) ने घाटी में हाल के दिनों में आम नागरिकों की हत्या की घटनाओं पर गहरी नाराजगी जताई है। पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता सुहैल बुखारी ने आरोप लगाया है कि कश्मीर प्रशासन लोगों के मन में सुरक्षा की भावना पैदा करने में बुरी तरह नाकाम साबित हुआ है। उन्होंने इस मामले में जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir Aatanki Hamla Today) के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Jammu Kashmir Lieutenant Governor Manoj Sinha se istifa ki mang) से इस्तीफा देने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में हालात चिंताजनक बने हुए हैं और केंद्र का जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य होने का दावा पूरी तरह झूठा साबित हुआ है। उधर आम आदमी पार्टी ने आतंकी घटनाओं में आम लोगों के मारे जाने के खिलाफ रविवार को पूरे पंजाब में कैंडल मार्च निकाला। आप नेताओं ने कश्मीर घाटी में अल्पसंख्यकों की हत्या की निंदा करते हुए मांग की कि सरकार को इस मामले में अभिलंब कार्रवाई करनी चाहिए। आप नेताओं ने कहा कि घाटी में कश्मीरी पंडितों और सिखों समेत आम लोगों की सुरक्षा के लिए मुकम्मल कदम उठाए जाने चाहिए।
शाह की बैठक के बाद शुरू हुआ एक्शन (jammu kashmir Me Amit Shah Ka Action)
जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir main 700 sandigdh hirasat main) में हाल में हुई आतंकी घटनाओं ने जम्मू कश्मीर प्रशासन ((jammu kashmir aatanki hamla today) के साथ ही केंद्र सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से हाल में बुलाई गई उच्चस्तरीय बैठक में भी घाटी में बढ़ रहे आतंकवाद पर चिंता जताई गई थी। इस बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों ने हिस्सा लिया था। केंद्रीय गृहमंत्री इसी महीने कश्मीर की तीन दिन की यात्रा पर भी जाने वाले हैं। बैठक में तय की गई रणनीति के बाद जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ बड़ा एक्शन शुरू किया गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में सुरक्षा एजेंसियां अपना अभियान और तेज करेंगी।