Mann Ki Baat: पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 88वाँ संस्करण प्रसारित, सुने क्या बोले प्रधानमंत्री
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 24 अप्रैल 2022 को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम के 88वें संस्करण को संबोधित कर रहे हैं।
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 24 अप्रैल 2022 को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम के 88वें संस्करण को संबोधित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस 'मन की बात' कार्यक्रम की शुरुआत रविवार सुबह 11 बजे हो चुकी है, जिसका सीधा प्रसारण दूरदर्शन के चैनलों पर भी किया जा रहा है। पीएम मोदी ने बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के ज़िक्र से कार्यक्रम की शुरुआत की तथा बीते 14 अप्रैल यानी बाबासाहेब अम्बेडकर की जयंती पर प्रधानमंत्री संग्रहालय के उद्घाटन के और इसे आम नागरिकों के लिए खोले जाने के विषय पर भी बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस 88वें मन की बात कार्यक्रम के दौरान 'पीएम संग्रहालय' का ज़िक्र करते हुए देश में संग्रहालयों के महत्व पर भी बात की। पीएम मोदी ने कहा कि बदलते समय और कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए संग्रहालयों को नए तरीके अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, और प्रधानमंत्री संग्रहालय जो राष्ट्र निर्माण के लिए भारत के सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान का सम्मान करता है और स्वतंत्रता के बाद से देश के प्रत्येक प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित करता है, वो भी उनकी विचारधारा और कार्यकाल को चिन्हित किए बगैर।
कैशलेस भुगतान पर ज़ोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के दौरान कैशलेस भुगतान पर ज़ोर देने और किसी एक दिन को "कैशलेस डे आउट" यानी बगैर कैश में पैसे लिए बाहर निकलने और ऑनलाइन भुगतान करने की बात कही। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत में घर से निकलने पर बगैर कैश लिए एक पूरा दिन बिताना अब मुमकिन है, क्योंकि बड़ी दुकानों और शॉपिंग मॉल के अलावा अब छोटी दुकानों और रेहड़ी वाले भी ऑनलाइन भुगतान स्वीकार करने लगे हैं। यह यकीनन भारत के डिजिटलीकरण के सपने का सकारात्मक स्वरूप है।
पीएम मोदी ने भीम यूपीआई ऐप की सुविधाओं पर बात की
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज के मन की बात कार्यक्रम के ज़रिए भारत में यूपीआई भुगतान की सुविधाओं पर बात करते हुए कहा कि यह सुविधा अब उन जगहों तक भी पहुंच गई है जहां कुछ साल पहले तक इंटरनेट की भी अच्छी सुविधा नहीं थी।
इसी के साथ पीएम ने आगे कहा कि बीते मार्च माह में भारत का यूपीआई लेनदेन करीब 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था।
इसके अतिरिक्त पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कही निम्न बातें-
भारत नें प्रतिदिन करीब 20 हज़ार करोड़ से अधिक का हो रहा डिजिटल भुगतान
भारत के सभी जिलों में 75 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जाएगा।
खेल के अतिरिक्त हमारे दिव्यांगजन कला, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में भी अद्वितीय प्रदर्शन कर रहे हैं।
तकनीकी की मदद से दिव्यांगजनों की अद्भुत क्षमता को बेहतरीन मदद मिली है।
जल संरक्षण बेहद ही आवश्यक है क्योंकि जल हर जीव के जीवन का आधार है और दुनिया का सबसे वृहद संसाधन भी।
मध्य प्रदेश की भील जनजाति ने जल संरक्षण के लिए अपनी ऐतिहासिक परंपरा "हलमा" का इस्तेमाल किया।जिसके तहत भील जनजाति के लोग पानी से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए एक जगह इकट्ठा होकर उसका निवारण करते हैं।