'सियासी एजेंडे के तहत चलाया जा रहा किसान आंदोलन'
किसानों पर आज बीजेपी नेता और मोदी सरकार में विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी भड़क गईं...
कृषि कानून के खिलाफ पिछले कई महीनों से धरने पर बैठे किसानों पर आज बीजेपी नेता और मोदी सरकार में विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी भड़क गईं। उन्होंने कहा कि सियासी एजेंडे के तहत किसान आंदोलन चलाया जा रहा है। इसके पहले भी पेगासस विवाद पर भी मीनाक्षी लेखी ने कहा था कि इस विवाद के जरिए फेक नरेटिव बनाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि ये स्टोरी एकदम फेक है।
किसान आप उन लोगों को बोल रहे हैं, मवाली हैं वो'
मीनाक्षी ने कहा कि ये सिर्फ आढ़तियों द्वारा बैठाए हुए लोग हैं ताकि किसानों को कृषि कानून का फायदा न मिल सके। जब मीनाक्षी से 26 जनवरी को हुई घटना के बावजूद जंतर मंतर पर प्रदर्शनकारियों को आने की इजाजत के बारे में पूछा गया तो वो भड़क गईं। उन्होंने कहा कि फिर किसान आप उन लोगों को बोल रहे हैं. मवाली हैं वो। मीनाक्षी ने कहा कि 26 जनवरी को जो कुछ हुआ वो शर्मनाक था और विपक्ष द्वारा ऐसे लोगों को बढ़ावा दिया गया।
'किसान कहना बंद कीजिए क्योंकि वो किसान नहीं है'
मीनाक्षी ने आगे कहा कि पहली बात तो आप उनको किसान कहना बंद कीजिए क्योंकि वो किसान नहीं हैं, किसानों के पास इतना समय नहीं है कि वो जंतर-मंतर पर धरना देकर बैठे। वो अपने खेतों में काम कर रहा है। ये सिर्फ साजिशकर्ताओं द्वारा भड़काए हुए लोग हैं जो किसानों के नाम पर ये हरकतें कर रहे हैं।
'किसानों के साथ बातचीत करने को तैयार हैं'
इससे पहले सुबह कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि हम किसानों के साथ बातचीत करने को तैयार हैं और हम पहले भी बात करते रहे हैं. मोदी सरकार किसान हितेषी सरकार है. तोमर के इस बयान के बाद ही विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने प्रेस वार्ता में प्रदर्शन कर रहे किसानों को मवाली बता दिया. उन्होंने तर्क दिया कि इस प्रदर्शन की आड़ में कुछ बिचौलियों की मदद की जा रही है.