आतंकी सलाहुद्दीन के बेटों के सपोर्ट में आईं महबूबा मुफ्ती, बताया गलत
महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि 11 सरकारी कर्मचारियों को मामूली आधारों पर बर्खास्त करना अपराध है...
जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने आतंकी सलाहुद्दीन के बेटों को सरकारी नौकरी से बर्खास्त किए जाने पर बयान दिया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पिता के कामों के लिए बेटों को कैसे सजा दी जा सकती है? 11 सरकारी कर्मचारियों को मामूली आधारों पर बर्खास्त करना अपराध है।
पिता की सजा बच्चों को क्यों?
अधिकारियों ने शनिवार को बताया था जम्मू कश्मीर सरकार ने आतकंवादी संगठनों के सहयोगी के रूप में कथित तौर पर काम करने को लेकर हिज्बुल मुजाहिदीन सरगना सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटों और दो पुलिस कर्मियों सहित अपने 11 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है।
11 लोगों को सरकारी नौकरी से बर्खास्त करना अपराध
महबूबा बोलीं बिना जांच किए हटाए गए सलाहुद्दीन के दो बेटों समेत 11 लोगों को सरकारी नौकरी से बर्खास्त किया गया है। पिता के कर्मों की सजा इसके बेटों को नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि बिना जांच के उन लोगों को हटाया गया है। बता दें कि महबूबा ने 11 जुलाई को भी उनके सपोर्ट में ट्वीट किया था.
पंडितों पर बोलीं महबूबा मुफ्ती
महबूबा ने कहा कि आर्टिकल 370 और 35A की बहाली के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी के साथ-साथ अन्य पार्टियों ने भी हाथ मिलाया है। महबूबा मुफ्ती ने कश्मीरी पंडितों पर भी बात की। वह बोलीं, 'मुझे इस बात का दुख है कि हम कश्मीरी पंडितों का यहां से पलायन नहीं रोक पाए. हम चाहते हैं कि उनकी घाटी में सम्मानजनक वापसी हो।'