Modi Cabinet Expansion: बुंदेलखण्ड से लेकर रूहेलखण्ड और पूरब से लेकर पश्चिम तक सबको मिली मंत्रिमंडल में जगह
एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के दूसरे विस्तार में आज एक बार फिर यूपी का जलवा दिखा।
Modi Cabinet Expansion: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्रित्व में चल रही एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के दूसरे विस्तार में आज एक बार फिर यूपी का जलवा दिखा। इसे इस प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के पूर्व की रणनीति कहें अथवा बड़ा प्रदेश कहें पर इस विस्तार में सबसे अधिक मंत्री उत्तर प्रदेश के बनाए गए हैं। खास बात यह है कि पहली बार किसी एक लोकसभा क्षेत्र में अब मोदी मंत्रिमंडल में दो लोग हो गए हैं। अवध क्षेत्र की लखनऊ संसदीय सीट से सांसद राजनाथ सिंह पहले से रक्षा मंत्री हैं और अब ग्रामीण क्षेत्र की सीट मोहनलाल गंज से कौशल किशोर भी मंत्री बन गए हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन को पूरा ख्याल रखा गया है। रूहेलखण्ड से लेकर बुंदेलखण्ड तक और पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक सभी को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व दिया गया है। आज सात मंत्रियों के शामिल होने के बाद अब मोदी मंत्रिमंडल मे यूपी से प्रधानमंत्री मोदी समेत कुल मंत्रियों की संख्या 15 हो गयी है।
अनुप्रिया पटेल
कुर्मी बाहुल्य क्षेत्रों से बड़ा वोट बैंक रखने वाली अपना दल एस की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल मीरजापुर संसदीय सीट से दूसरी बार सांसद हैं। उन्होंने अपने पिता स्व. सोनेलाल पटेल की विरासत को आगे बढ़ाने का काम किया है। वह मोदी मंत्रिमंडल की पिछली सरकार में भी मंत्री रह चुकी हैं और इस बार उन्हें दो साल बाद प्रधानमंत्री मोदी ने फिर अपने मंत्रिमंडल में शामिल होने का मौका दिया है।
कौशल किशोर
मोहनलाल गंज संसदीय सीट से दूसरी बार सांसद बने कौशल किशोर दलित (पासी) समुदाय से आते हैं। बेहद ईमानदार और साफ सुथरी छवि के सांसद कौशल किशोर लखनऊ की मलिहाबाद सीट से 2002 से 2007 तक विधायक रहे हैं। इसके अलावा मुलायम सिंह की सरकार में 2003 से 2007 तक मंत्री भी रहे।
पंकज चौधरी
महाराजगंज लोकसभा सीट से सांसद पंकज चौधरी इस सीट से छह बार से सांसद हैं। पार्षद से अपना राजनीतिक सफर तय करने वाले पंकज चौधरी 1991 से चुनाव जीतते आ रहे हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश से जुडे़ बेहद सरल और सौम्य स्वभाव के पंकज चौधरी की अपने क्षेत्र में बेहद लोकप्रिय नेता हैं।
एसपी सिंह बघेल
कभी मुलायम सिंह यादव के सुरक्षा में तैनात रहे एसपी सिंह बघेल आगरा से सांसद हैं। सपा से चुनाव जीतने के बाद वह बाद में बसपा के राज्यसभा सदस्य रहे। पिछड़ी जाति से ताल्लुक रखने वाले एसपी सिंह बघेल 2014 में भाजपा में आ गए। पर वह फिरोजाबाद लोकसभा सीट से चुनाव हार गए। लेकिन 2017 में विधानसभा का चुनाव भाजपा से जीतने के बाद फिर उन्हें 2019 में आगरा से टिकट दिया गया तो यहां पर उन्होंने फिर से जीत हासिल की। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मजबूत करने के लिए ही मोदी कैबिनेट में उन्हें स्थान दिया गया है।
अजय मिश्र टेनी
यूपी के तराई क्षेत्र लखीमपुर से दूसरी बार सांसद बने अजय मिश्र पहली बार 2012 में विधायक बने थे। इसके बाद उन्हें 2014 में लोकसभा चुनाव में उतारा गया तो वह चुनाव जीते। बाद में 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने फिर जीत हासिल की। रूहेलखण्ड क्षेत्र में ब्राह्मण वोटों को साधने के लिए इस बार अजय मिश्र को मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है।
भानु प्रताप वर्मा
बुंदेलखण्ड के जिले जालौन से पांच बार के लोकसभा सदस्य भानु प्रताप वर्मा को उनके दीर्घ कार्यकाल का अब इनाम मिल पाया है। 1991 में पहली बार गरौठा सीट से कोरी समाज से ताल्लुक रखने वाले भानु प्रताप वर्मा विधायक बने थे। 1996 में पहली बार सांसद बने थे। इसके बाद 2004 से वह लगातार सांसद बनते आ रहे हैं।
बीएल वर्मा
भाजपा नेता कल्याण सिंह के बेहद करीबी रहे बीएल वर्मा ने उस समय भी उनका साथ नहीं छोड़ा जब उन्होंने भाजपा छोड़कर अपना अलग दल बना लिया था। रूहेलखंड क्षेत्र के बदायूं जिले के रहने वाले बीएल वर्मा लोघी समाज से आते हैं। भाजपा हाईकमान ने लोधी वोटों को अपने पाले में करने के लिए ही उन्हेे मंत्री बनाया है।